-पीयू सीनेट हॉल में पेश किया गया एनुअल रिपोर्ट

श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

क्कन्ञ्जहृन् : पटना यूनिवर्सिटी के व्हीलर सीनेट हॉल में एक बार फिर से घाटे का बजट पेश किया गया। बीते वित्तीय वर्ष 2018-19 की तुलना में प्रस्तावित 2019-20 में करीब 37 करोड़ रुपये का अधिक घाटा पेश किया गया है। जहां यह 2018-19 में 296.91 करोड का घाटा था वह इस बार 333.52 करोड रुपये घाटे का बजट पेश किया गया है। वर्ष 2019-20 के बजट का आकार 365.94 करोड रुपये प्रस्तावित है। यह बजट अभिभाषण पटना यूनिवर्सिटी की प्रो वीसी डॉ डॉली सिन्हा ने प्रस्तुत किया। इससे पहले पीयू वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह ने अपने अभिभाषण में कहा कि विश्वविद्यालय की विभिन्न विभागों की उपलब्धियों और चुनौतियों का जिक्र किया। इस मौके पर सीनेट हॉल में डीन, कॉलेजों के प्रिंसिपल और शिक्षकगण उपस्थित थे।

पीयू में बनेगा जेपी सभागार

पीयू में सेमिनार, वर्कशॉप कराने की समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके लिए पीयू में जेपी सभागार का निर्माण किया जाएगा। वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह ने प्रस्ताव रखते हुए कहा। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि इस दिशा में सकारात्मक ढंग से काम होगा।

वीसी के रवैये पर विरोध जताया

छात्रों का कोई प्रतिनिधि नहीं है। समय पर यह भंग कर दिया जाता है लेकिन चुनाव में बार- बार विलंब होता है। इसका जवाब दे वीसी महोदय। ये बाते पीयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज ने उठाया। वहीं, छात्र संघ कोषाध्यक्ष नितीश कुमार ने छात्र संघ भवन बनाने और हर विभाग में शिकायत पेटी लगाने की मांग की। जबकि शिक्षक सुधाकर सिंह ने कहा कि यह चिंता की बात है कि बीते दस वर्षो में ऐसा एक भी शोध नहीं किया गया, जिसपर गर्व हो, वीसी ध्यान दें।

शुल्क वृद्धि पर किया प्रदर्शन

जहां एक ओर पीयू के सीनेट हॉल में बजट पेश किया गया और शुल्क वृद्धि का भी प्रस्ताव किया गया। वहीं, सीनेट हॉल के गेट के सामने छात्र संगठन एआईएसएफ के प्रतिनिधियों ने जमकर हंगामा किया। यूजी ,पीजी और वोकेशनल कोर्स में फीस वृद्धि को लेकर जमकर हल्ला बोला। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थे। लेकिन इसके बावजूद एआईएसएफ के प्रतिनिधि गेट पर चढ़कर हंगामा करते रहे। जिला सचिव जनमेजय कुमार ने कहा कि शुल्क वृद्धि कर पीयू प्रशासन एक बड़े तबके को शिक्षा से वंचित करना चाहती है।

जातिवाद का भी उठा मुद्दा

पीयू छात्र संघ के पूर्व कोषाध्यक्ष नितीश कुमार ने सीनेट में पीयू में जातिवाद व्यवस्था पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि जातिवादी सोच के कारण पीयू का स्तर दिनोदिन गिर रहा है। छात्रावास पर पहले और आज भी एक जातियों में बटें हैं।