15 महिलाओं को किया गया बेहोश

मसूरी के सिविल हॉस्पिटल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को फैमिली प्लानिंग कैंप का आयोजन किया गया था, जिसमें मसूरी व निकटवर्ती ग्रामीण इलाकों में कार्यरत आशा कार्यकत्रियों के जरिए इस कैंप में तकरीबन 15 महिलाओं ने फैमिली प्लानिंग कैंप में शिरकत की थी. बताया जा रहा है कि निर्धारित समयानुसार महिलाओं के ऑपरेशन की कार्रवाई शुरू हुई तो सभी 15 महिलाओं को बेहोश किया गया. इसके बाद एक महिला को ऑपरेशन टेबल पर चीरा भी लगाया गया, लेकिन इतने में लैप्रोस्कोपिक क्र(दूरबीन मशीनक्र) में खराबी आ गई. फिर क्या था, बताया जा रहा है कि जैसे की मशीन के खराबी का पता डॉक्टर को लगा, वैसे ही डा. महेश भट्ट ऑपरेशन बीच में छोड़कर रफूचक्कर हो गए.

डॉक्टर न दिखने पर मचा हड़कंप

ऑपरेशन टेबल पर मरीज को ऐसे ही हालत में छोडऩे पर जब डॉक्टर का पता नहीं चला तो वहां महिलाओं की जान पर बन आई. इससे हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया. परिजनों व कर्मियों ने इधर-उधर नजर दौड़ाई तो किसी को डॉक्टर का कोई अता-पता नहीं चला. फिर क्या था आनन-फानन में बेहोश महिलाओं को एंबुलेंस के जरिए लंढौर कम्युनिटी हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां पर चीरा लगी महिला को डॉक्टर ने बचा लिया, लेकिन बाकी बेहोश महिलाओं का ऑपरेशन करने से कम्युनिटी अस्पताल के डॉक्टर्स ने भी हाथ खड़े कर दिए.

ऑपरेशन के कागजात भी फाड़ डाले

बमुश्किल तीन घंटे बाद बेहोश महिलाएं होश में आ पाई, लेकिन मेडिसीन के कारण महिलाओं की उल्टियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. ऑपरेशन के लिए चीरा लगी महिला विनिता 29 वाइफ परमानंद एलबीएस अकादमी से आए थे. विनिता के हसबैंड परमानंद का कहना है कि बकायदा सिविल हॉस्पिटल कर्मियों ने उसके ऑपरेशन के सभी कागजात तक फाड़ डाले.

इन गांवों से महिलाएं पहुंची थीं

बाकी महिलाएं चामासारी, कफलानी, किमोई, झड़ीपानी जैसे गांवों से आई हुई थीं, जिसमें निर्मला, नीलम, गंगी, कविता, माया सूरी, रूपा, सावित्री, मगनी, जलमा, प्रमिला, सुषमा व प्रभा शामिल थी. इस दौरान कुछ महिलाएं तो डॉक्टर के जाने के डर से वापस चली गईं. ऑपरेशन करवाने के लिए इन महिलाओं को सुनिता रावत, पूर्णिमा उनियाल, कुसुम तिवारी व पूनम आशा कार्यकत्री लेकर आईं हुई थीं.

डॉक्टर पर 307 का केस दर्ज हो

घटना की जानकारी मिलते ही पूरे मसूरी में हड़कंप मच गया. दोपहर बाद विधायक गणेश जोशी कम्युनिटी हॉस्पिटल पहुंचे, जहां उन्होंने घटना की जानकारी लेने के बाद प्रिंसिपल सेक्रेट्री हेल्थ ओम प्रकाश से फोन पर बातचीत कर जिम्मेदार डॉक्टर के खिलाफ 307 का केस दर्ज करने की बात कही. पालिकाध्यक्ष ने भी हॉस्पिटल पहुंच कर पीडि़तों का हाल जाना.