गिलमौर को हराया
प्रीमियर बैडमिंटन लीग पीबीएल में सिंधू का अजय अभियान रहा था। हैदराबादी बाला ने उसी फॉर्म को बरकरार रखते हुए सेमीफाइनल में शीर्ष वरीय कोरियाई खिलाड़ी जी ह्यून सुंग पर जबरजस्त जीत दर्ज की थी। फाइनल में वह गिलमौर के खिलाफ शुरु से ही हावी हो गईं। उन्होंने कोर्ट को अच्छी तरह से कवर किया और गलतियां भी कम की। पहले गेम में सिंधू ने शुरु में ही 5-2 की बढ़त बनाई और इसके बाद अपनी शानदार रणनीति से बढ़त हासिल करना जारी रखा। उनके पास एक समय 12-6 की मजबूत बड़त थी जो कुछ समय बाद 18-10 हो गई। दूसरी तरफ स्कॉटशि शटलर ने लगातार चार अंक बनाने पर भी किसी भी समय सिंधू को चुनौती नहीं दे पाईं। दूसरे गेम में सिंधू ने 5-2 की बढ़त से शुरुआत की और जल्द ही गिलमौर बराबर पर आ गईं। गिलमौर ने बाद में कुछ प्रयास किए लेकिन इससे वह हार का अंतर ही कम कर पाईं।

2013 में हारी थी सिंधू
सिंधू इससे पहले गिलमौर के खिलाफ 2013 फ्रेंच ओपेन में खेली थीं। जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार उन्होंने आसानी से जीत हासिल करते हुए पिछली हार का हिसाब बराबर कर लिया। सिंधू का यह मलेशिया मास्टर्स ग्रां प्रि गोल्ड में दूसरा खिताब है। इससे पहले उन्होंने 2013 में भी यहां जीत दर्ज की थी। उन्होंने पिछले साल नवंबर में मकाउ ओपेन ग्रां प्रि गोल्ड में खिताबी हैट्रिक पूरी की थी।

बीएआई ने की पांच लाख के पुरस्कार की घोषणा
भारतीय बैडमिंटन संघ की ओर से मलेशिया मास्टर्स ग्रां प्रि खिताब जीतने पर भारतीय महिला खिलाड़ी पीवी सिंधू को बधाई दी साथ ही उन्हें पाच लाख रूपये का पुरस्कार देने की भी घोषण की। बीएआई प्रमुख अखिलेश दास गुप्ता ने सिंधु को बधाई देते हुए अपने संदेश में कहा कि वह उनके प्रदर्शन्ा से खुश हैं और भारत के लिए गर्व की बात है।