-इंजीनियर्स पांच डिवीजन में एक-दूसरे के रोड की करेंगे जांच
- विभागीय एप पर शासन को जाएगी रिपोर्ट, स्टेट टीम रैंडम चेकिंग कर जानेगी हकीकत
VARANASI
सड़कों की खराबी, निर्माण की गुणवत्ता समेत अन्य कार्यो की अब पीडब्ल्यूडी इंजीनियर्स क्रॉस चेकिंग करेंगे। बनारस के विभागीय पांच जोन के इंजीनियर्स को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इसकी रिपोर्ट विभागीय एप पर शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद हाईलेवल स्टेट टीम रैंडम चेकिंग कर हकीकत जानेगी। गलत रिपोर्ट पाए जाने पर सम्बंधित इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई होगी। क्रॉस चेकिंग का मकसद खराब सड़कों की जल्द मरम्मत, इंड टू इंड निर्माण, ठेकेदारों की प्रगति, कार्यशैली आदि बिन्दुओं की स्पेशलिस्ट लेवल पर पड़ताल करना है।
छह जुलाई तक चलेगी जांच
डिपार्टमेंटल क्रॉस चेकिंग अभियान 26 जून से शुरू हो गया है। तीन दिन में इंजीनियर्स ने करीब छह दर्जन सड़कों की जांच की है। डिप्टी सीएम व पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्या के निर्देश पर प्रदेश भर में यह अभियान चलाया जा रहा है। जांच करने के बाद निर्धारित प्रारूप पर हार्ड और सॉफ्ट कॉपी में पूरी रिपोर्ट भेजनी है।
सीई से जेई तक की जिम्मेदारी
लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड भवन, प्रान्तीय खंड, निर्माण खंड-1, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और नेशनल हाइवे डिवीजन के सभी इंजीनियर्स क्रॉस चेकिंग करने में जुट गए हैं। डेली दोपहर तक निर्धारित सड़कों की जांच कर रिपोर्ट भेजनी है। इसके तहत चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।
हाईलाइटर
- चीफ इंजीनियर नेशनल हाइवे व स्टेट हाइवे की जांच करेंगे।
- सुपरिटेंडिंग इंजीनियर मुख्य जिला मार्ग की पड़ताल करेंगे।
- एक्सईएन अन्य जिला मार्ग को परखेंगे।
- एई और जेई ग्रामीण सड़कों की हकीकत जानेंगे।
एक नजर
- करीब 4000 सड़कें डिस्ट्रिक्ट में
- 40 रोड्स हैं शहर में
- 12000 किमी सड़कों की लम्बाई
- 5 डिवीजन हैं पीडब्ल्यूडी के
- 5 लेवल पर हो रही जांच
- 70 रोड्स की तीन दिन में जांच
शासन के निर्देश पर इंजीनियर्स एक-दूसरे के डिवीजन की बनाई सड़कों की क्रॉस चेकिंग कर रहे हैं। डेली रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। इससे सड़क की खराबी और निर्माण की हकीकत पता चल सकेगी।
वीके श्रीवास्तव, एसई, पीडब्ल्यूडी