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- वजन चेक करने के लिए सेतु निगम ने बनाया काफी ऊंचा 'पिरामिड'

- अधिकारियों के मुताबिक आरओबी की मजबूती फ्राइडे को हो जाएगी फाइनल

BAREILLY:

कैंटोनमेंट बोर्ड स्थित निर्माणाधीन लाल फाटक रेलवे ओवर ब्रिज पर लोड टेस्टिंग की प्रक्रिया पिछले माह से चल रही है। अब इस पर 9 सौ टन का वजन मापने के लिए सेतु निगम ने काफी ऊंचा पिरामिड की तरह लोड रख दिया है। जो स्थानीय निवासियों के कौतूहल का विषय तो है ही, इसके साथ वह राहगीरों के लिए खतरे की संभावना भी जता रहे हैं। बता दें कि पूर्व में हुए ट्रैफिक लोड सर्वे में हजारों वाहन गुजरने की पुष्टि होने पर 9 सौ टन वजन बर्दाश्त करने की क्षमता वाला ओवर ब्रिज बनाने का निर्णय सेतु निगम ने किया है।

पाइल टेस्टिंग हुई पूरी

एक पखवाड़ा पहले सेतु निगम ने कमिश्नर पीवी जगनमोहन के आदेश पर आरओबी का निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। सेतु निगम ने पिलर्स की लोड बर्दाश्त करने की क्षमता परखने का कार्य 20 जुलाई को शुरू किया था। गड्ढा खोदकर उसके किनारों पर चार पाइल बनाए और बीम के जरिए लिंटर का रुप दे दिया है। फिर पाइल्स पर लोड टेस्ट किया, जिस पर 50 टन का भार चेक किया। टेस्टिंग प्रक्रिया को हाइड्रोलिक जग, हाइड्रोलिक पंप, मैग्नेट वाच, डायलगेज वाच से पूरा किया गया था। पाइल की मजबूती के बाद उस पर लोड बढ़ाया जा रहा है।

5 सौ टन भार का टेस्ट शुरू

पाइल टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब इस पर स्टेबल लोड चेक किया जा रहा है। पिछले करीब 10 दिनों से मिट्टी भरी बोरियां रखी जा रही है। हर दिन वजन बढ़ाकर इसकी स्टेबिलिटी चेक हो रही है। मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि अब तक वह करीब 5 सौ टन का भार चेक कर चुके हैं। बारिश होने की वजह से काम धीमा कर दिया गया है। पाइल्स वजन सह सकते हैं फिर भी संभावनाओं को देखते हुए इसे धीरे-धीरे किया जा रहा है। ताकि कोई दुर्घटना न हो सके। बताया कि टेस्टिंग प्रक्रिया आखिरी चरण में है। फ्राइडे को फाइनल टेस्ट के बाद बोरियां हटा ली जाएंगी।

निर्माणाधीन आरओबी का लोड टेस्ट आखिरी चरण में है। दुर्घटना की कोई संभावना नहीं है। फ्राइडे को फाइनल टेस्ट होने के बाद बोरियां हटा लेंगे।

विजेंद्र, इंजीनियर, सेतु निगम