- स्वाइन फ्लू में कितनी जांचे की गई प्राइवेट पैथालॉजी नहीं दे रही इसकी जानकारी

- सीएमओ ने कहा कि सरकारी जांच ज्यादा भरोसेमंद, स्वाइन फ्लू को लेकर अफवाहों से बचे

KANPUR@Inext.co.in

KANPUR: स्वाइन फ्लू की पुष्टि के लिए होने वाली आरटी पीसीआर जांच के नतीजों पर खुद सीएमओ ने ही सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्राइवेट पैथालॉजी की बजाय सरकारी जांच को ज्यादा भरोसेमंद बताया है। साथ ही लोगों को स्वाइन फ्लू से रिलेटेड अफवाहों से बचने के लिए भी कहा है। वहीं शहर में स्वाइन फ्लू की जांच करने वाली एक मात्र पैथॉलाजी से किसी भी स्वाइन फ्लू के नए पेशेंट आने की जानकारी मिलने से भी सीएमओ ने इंकार किया है।

सरकारी जांच फ्री, प्राइवेट जांच भ् हजार में

स्वाइन फ्लू की पुष्टि के लिए पेशेंट की लार के सैंपल से आरटी पीसीआर जांच की जाती है। स्वास्थ्य विभाग सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में आने वाले संदिग्ध पेशेंट्स के सैंपल खुद ही लखनऊ में एसजीपीजीआई और केजीएमयू भिजवाता है। जिसके दो दिन बाद रिपोर्ट आती है। वहीं शहर में एक ही पैथालॉजी में इस टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है। भ् हजार रुपए की इस जांच की रिपोर्ट भी ख् दिन बाद ही आती है। वहीं बुधवार को सीएमओ ने किसी भी प्राइवेट पैथालॉजी से जांच रिपोर्टे उनके पास नहीं आने की जानकारी भी दी। इससे पहले स्वाइन फ्लू से संबंधित जांचों की जानकारी मांगने पर काकादेव स्थित प्राइवेट पैथालॉजी की ओर से कहा गया कि सारी जानकारी सीएमओ ऑफिस को भेज दी जाती है।

आरटी पीसीआर जांच पर इसलिए उठे सवाल

कुछ दिन पहले रीजेंसी में भर्ती संदिग्ध पेशेंट शुभ्रा अग्रवाल की सरकारी और प्राइवेट आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट अलग अलग आई। सरकारी रिपोर्ट में उन्हें स्वाइन फ्लू की पुष्टि नहीं हुई। वहीं प्राइवेट पैथालॉजी की रिपोर्ट में पेशेंट को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई। इसके बाद कौन सी जांच रिपोर्ट सही है इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया। पेशेंट को स्वाइन फ्लू का इलाज देना है या नहीं इस पर डॉक्टर्स में भी कंफ्यूजन हो गया।

सरकारी जांच ज्यादा भरोसेमंद

सीएमओ डॉ। आरपी यादव ने बताया कि लखनऊ में एसजीपीजीआई और केजीएमयू की जिन पैथालॉजी से आरटी पीसीआर टेस्ट कराए जा रहे हैं। वह प्रदेश की सबसे अल्ट्रा एडवांस पैथोलाजी हैं। इनकी जांच रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। किसी जांच को अगर मुफ्त कराया जा रहा है तो उससे उसकी गुणवत्ता पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। वहीं स्वाइन फ्लू से संबंधित अफवाहों पर ध्यान नहीं दे सभी सरकारी अस्पतालों में माकूल इंतजाम किए गए हैं।

दो और संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे

बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो और संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे गए। दोनों का ही आईडीएच में इलाज चल रहा है.वहीं केएमसी में भर्ती पेशेंट एके सिंह की आरटी पीसीआर रिपोर्ट बुधवार को आ गई। उनकी रिपोर्ट में उन्हें स्वाइन फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है।