- हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद भी नहीं हुई सुरक्षा व्यवस्था

- खानपुर विधायक के आवास के बाहर मिला था आपत्तिजनक सामान

देहरादून, रेसकोर्स स्थित विधायक हॉस्टल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. दैनिक जागरण आई नेस्क्ट की ओर से रियलिटी चेक के दौरान यह नजारा देखने को मिला. हॉस्टल में एंट्री के लिए दो गेट हैं. पहला गेट एंट्री के लिए बनाया गया है, जबकि दूसरा गेट पार्किग का है. हॉस्टल की सुरक्षा के लिए तीन पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं, लेकिन एक भी नजर नहीं आए. ज्यादातर विधायकों के रूम में उनके रिश्तेदार रहते हैं. फ्राइडे को खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैम्पियन के आवास के बाहर आपत्तिजनक सामान मिला था.

हॉस्टल का हाई वोल्टेज ड्रामा

खानपुर विधायक कुंवर प्रणव के फ्लैट के बाहर किसी ने आपत्तिजनक वस्तु फेंक दी थी, सूचना मिलते ही विधायक वहां पहुंचे और काफी नाराज हुए. विधायक ने शाम से रात तक हाई वोल्टेज ड्रामा भी किया. इस सबके बावजूद यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए.

दोनों गेट खुले हुए

विधायक हॉस्टल दोनों गेट 24 घंटे खुले रहते हैं. पहले गेट से एंट्री विधायक हॉस्टल के लिए एंट्री करते हैं और दूसरे गेट से वाहन को पार्क किया जाता है. आवास के मेन गेट पर एक सुरक्षाकर्मी तैनात किया गया है, जबकि कैंटीन और पार्किग के लिए जाने वाले गेट पर कोई सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं है.

कहीं भी नहीं सीसीटीवी कैमरे

रियलिटी चेक के दौरान यह भी जानने की कोशिश की गई कि आवास के अंदर बाहर कितने सीसीवीटी कैमरे लगे है, लेकिन हकीकत यह है कि एक भी कैमरा नहीं लगाया गया है, जिससे हॉस्टल में आने-जाने वाले को पता नहीं लग पता है.

हो चुके हैं कई कांड

केस नंबर-1

- डेढ़ साल पहले केदारनाथ विधायक मनोज रावत के निवास पर सार्ट सर्किट से आग लग गई थी. उसके बाद सरकार ने इन लाइनों को ठीक करवाया था. हालांकि विधायक का कहना है कि इसमें किसी की कोई गलती नहीं है.

केस नंबर-2

रानीखेत विधायक करन माहरा के आवास में आग लगी थी. आवास के अंदर रखा बेड पूरी तरह जल गया था. मौके पर टीम पहुंची तो बिजली का कोई फॉल्ट नहीं मिला. घटना को संदिग्ध मानते हुए इसकी जांच के आदेश भी दिए गए थे. जिसकी रिपोर्ट आज तक नहीं आई.