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GORAKHPUR: आज के युवा अपनी प्रॉब्लम के साथ-साथ देश की विभिन्न समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं। लोकसभा इलेक्शन में युवा उन्हीं के साथ होगा जो कड़क मुद्दों की बात करेंगे। शनिवार को मिलेनियल्स के कड़क मुद्दों को जानने के लिए हम रेडियो सिटी के आरजे प्रतीक संग बरगदवां द्वारिकापुरी कॉलोनी स्थित राजवंशी मैरेज हाउस में पहुंचे। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित राजनी-टी के मिलेनियल्स स्पीक में लोगों ने खुलकर अपनी बातें रखीं। आइए जानते हैं कि आखिर क्या बातचीत हुई जो देश की सरकारों को हिला कर रख देगी।

हर ईमानदार व्यक्ति है सच्चा देशभक्त
मिलेनियल्स से चर्चा की शुरूआत में ही अभिषेक कुमार ने कहा कि ईमानदारी से काम करने वाला देशभक्त होता है। ईमानदारी का जज्बा अलग से पैदा करने की जरूरत नहीं होती है। सीनियर लीडर्स को चाहिए कि वह अपने सभी नेताओं को ईमानदारी से काम करने के लिए कहें। गली-गली में नेता पैदा होने से काम नहीं बनेगा। युवाओं को राजनीति में लाने से सारी बात नहीं बनेगी। जिनको जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह लोग अपनी जिम्मेदारी निबाहें तो सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी। जब देश की सुरक्षा की बात हो तो सभी लोग एक साथ खड़े हों। इसका लाभ पूरे देश को मिलेगा। इससे भारत विरोधी गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकेगी।

एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट पर हो काम
ईमानदारी की बात पर सहमति जताते हुए विशाल ने कहा कि हर किसी को अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए। गरीबी दूर करने के लिए गवर्नमेंट को ठोस उपाय उठाने चाहिए। इसका सिर्फ एक उपाय है कि हर किसी के पास सोर्स ऑफ इनकम हो। टेक्निकल इंस्टीट्यूट पर फोकस होना चाहिए। दूसरा शिक्षण संस्थानों में किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। सरकार और उनके नेता यूनिवर्सिटी में होने वाले मामलों में इनवॉल्व होकर माहौल खराब कर देते हैं। शिक्षा में राजनीति नहीं होनी चाहिए। दूसरी बात यह है कि स्टूडेंट्स के स्किल पर जोर दिया जाना चाहिए। देखा जाता है कि चपरासी की नौकरी में पीएचडी वाले आवेदन करते हैं। इसलिए स्किल इंडिया जैसे प्रोग्राम को बड़े लेवल पर लेकर आने की जरूरत है। हमें रोजगार मिलेगा तभी हम कई लोगों को जोड़ पाएंगे। प्रमोद सिंह ने कहा कि स्वच्छता अभियान ने लोगों को जीने का सलीका सिखाया है। पूनम मिश्रा ने कहा कि सरकार कोई भी आए लेकिन विकास की बात हो।

 

 

सरकार ठीक चल रही, सड़कें हो गई खस्ता
गुड्डू प्रजापति ने कहा कि सरकार तो ठीक चल रही है लेकिन सड़कों की हालत बेहद खराब हो चुकी है। शहर के भीतर गांव से भी बदहाल सड़कों पर चलने की मजबूरी है। अभिषेक पांडेय ने कहा कि नेतृत्व किसी का होगा लेकिन उनका विजन स्पष्ट होना चाहिए। यूपी 100, एंटी रोमियो स्कवॉयड बनाए गए हैं। शुरूआत में इनका परफार्मेस अच्छा था लेकिन धीरे-धीरे ये सुस्त पड़ते चले गए हैं।

 

मेरी बात
इकोनॉमिक ग्रोथ की बात होनी चाहिए। हमारे देश के लोग इंडिया में बनी चीजों का यूज करें। अपने देश में बनने वाले प्रोडक्ट्स पर लोगों को भरोसा करना होगा। यदि हम अपने देश में बनी वस्तुओं का इस्तेमाल करेंगे तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। डॉलर की अपेक्षा रुपए की कीमत कम है। इस गैप को दूर करने के लिए मेक इन इंडिया पर सरकार को काम करना होगा। यहां के प्रोडक्टस को बड़ी मात्रा में एक्सपोर्ट किया जाए। इससे सबको जहां रोजगार मिलेगा। वहीं हर किसी की आर्थिक स्थिति बदलेगी।
शालिनी

कड़क मुद्दा
सिर्फ एक दो लोगों के विकास से बात नहीं बनेगी। जब तक हर किसी के रोजगार के मौके नहीं मौजूद नहीं होंगे तब तक देश का संपूर्ण विकास संभव नहीं हो सकेगा। यह सिर्फ स्किल इंडिया से पॉसिबल है। ऐसी सरकार चाहिए जो बीए-बीएससी पर ज्यादा जोर देने के बाद रोजगार परक शिक्षाओं के कोर्स ज्यादा से ज्यादा शुरू कर सकें। हर यूनिवर्सिटी में हर क्लास में एक रोजगार परक पाठ्यक्रम को अनिवार्य किया जाए।

सतमोला खाओ, कुछ भी पचाओ
|देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता सबसे अहम बात होती है। देश के मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। देश के नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। आतंकी घटनाओं से देश का विकास थम रहा है। मोहल्ले की चोरी से लेकर बॉर्डर की घुसपैठ रोकने के लिए अलग-अलग एजेंसियां काम कर रही हैं। सभी अपने दायित्व का निर्वहन ठीक से करें ताकि आमजन चैन की नींद सो सकें।

हर किसी को चाहिए कि अपने भीतर सुधार लाएं। नौकरी पाने के लिए किसी को घूस न दें। गलत रास्ते पर जाने के बजाय मेहनत से पढ़ाई करके, स्किल डेवलप करके रोजगार पाने की कोशिश युवा करें। सरकार को चाहिए कि भर्तियों में पेपर लीक कराने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से पेश आएं। ऐसे लोगों पर इस तरह से शिकंजा कसा जाए कि वह लोग पेपर लीक करने की बात न सोच सकें.
अंबिका प्रजापति

देश में रहने वाले किसी व्यक्ति को अपनी देशभक्ति का सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि वह अपना काम ईमानदारी से करता है तो वही सच्चा देशभक्त है। यदि हर कोई अपने आप में बदलाव लाकर अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी से करने लगे तो व्यवस्था में व्यापक बदलाव आ जाएगा।

- अभिषेक कुमार पांडेय

हमारे विकास से देश का विकास जुड़ा हुआ है। हमारी कॉलोनी, मोहल्ले में सड़क, बिजली और पानी की प्रॉब्लम दूर होते ही हम मुख्य धारा में जुड़ जाएंगे। हम अभी प्राइमरी लेवल की समस्याओं से जूझ रहे हैं। रहने के लिए अच्छा घर बनाने का फायदा क्या जब कॉलोनी में बदहाली ही झेलनी पड़े।

पूनम मिश्रा

सरकार और उनके नेता यूनिवर्सिटी में होने वाले मामलों में इनवॉल्व होकर माहौल खराब कर देते हैं। शिक्षा में राजनीति नहीं होनी चाहिए। दूसरी बात यह है कि स्टूडेंट्स के स्किल पर जोर दिया जाना चाहिए। इससे ही युवाओं का विकास होगा। पढ़-लिखकर जब युवा बेरोजगार घूमते हैं तो नेता उनको अपने पीछे नारेबाजी के लिए कलेक्ट कर ले जाते हैं। ऐसे में कुछ दिनों के बाद पता लगता है कि कई के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो गए। कुछ ने बेरोजगारी से बचने के लिए दुकान खोल ली।

विशाल चौधरी

देश में स्वच्छता मिशन का काफी इफेक्ट है। हर कोई अब सफाई को लेकर चौकस है। इससे विदेशों में अपने देश की छवि बदली है। सफाई पर ध्यान देने से बीमारियों की तादाद कम होगी। इसलिए सफाई को लेकर ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि कूड़ा फेंकने, पान खाकर थूकने सहित अन्य अपराधों में तत्काल जुर्माना वसूला जा सके।

प्रमोद कुमार सिंह

विकास की बात हो तो सिर्फ एक बिंदु पर फोकस रहकर न हो। हर क्षेत्र में विकास होने से ही व्यवस्था बदलेगी। आर्थिक मजबूती और सशक्तीकरण के लिए अर्थव्यवस्था मजबूत करनी पड़ेगी। हम विदेश के बारे में सोचते हैं। वहां से अपनी तुलना तो करते हैं लेकिन कभी इस बात पर फोकस नहीं हुए कि आखिर हमारी भी तो कोई जिम्मेदारी है।

आतिश कुमार श्रीवास्तव

युवा का सपना होता है कि उसे उसकी योग्यता के अनुसार जॉब मिलेगी। लेकिन हालात ऐसे हो गए हैं कि प्राइवेट सेक्टर में कम वेतन में ज्यादा काम लिया जाता है। नौकरी से निकालने की धमकी देकर युवाओं का शोषण किया जाता है। नियोक्ता को ऐसे नियम कानून में बांधने की जरूरत है कि वह लोगों को धमकी न दे सकें।

गुड्डू कुमार