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GORAKHPUR : लोक सभा चुनाव करीब आते ही राजनीतिक पार्टियां जहां जोर आजमाइश में जुट गई हैं। वहीं वोटर्स न भी अपनी पसंद की सरकार चुनने के लिए कमर कस ली है। इस बार लोकसभा चुनाव में मिलेनियल्स की तादाद काफी है जो चुनाव पर असर डालेगी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और रेडियो सिटी की ओर से ऑर्गनाइज्ड राजनी-टी को लेकर मिलेनियल्स में जबरदस्त एक्साइटमेंट दिखाई दे रहा है। इस चर्चा का सिलसिला मंगलवार को अलहदादपुर स्थित उत्सव लॉन पहुंचा तो मिलेनियल्स ने विकास परक के साथ ही देश की सुरक्षा को पहली प्राथमिकता पर रखने वाली सरकार चुनने की बात कही।

रोजगार होगा तभी बनेगा करियर
रेडियो सिटी की ओर से कार्यक्रम संचालन कर रहीं आरजे प्रीति त्रिपाठी ने सबसे पहले सभी को मिलेनियल्स का मतलब समझाया। इसके बाद जब मुद्दों पर बात हुई तो विकास के साथ डिजीटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया, करप्शन, एलपीजी सब्सिडी, बेरोजगारी समेत सुरक्षा व्यवस्था जैसे मुद्दों पर युवाओं ने बेबाकी से अपनी बात रखी। प्रमोद ने कहा कि हमारा वोट उसे ही जाएगा जो देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगा। साथ ही युवाओं को रोजगार देने की बात करेगा। क्योंकि रोजगार होगा, तभी युवा अपना करयिर बना सकेंगे।

युवाओं की समस्याएं सुलझें
प्रतिभा श्रीवास्तव ने कहा कि देश की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। निश्चित तौर पर वर्तमान सरकार ने बेहद सराहनीय काम किया है। अगर डिजीटल इंडिया की बात करें तो इसे और सुधारने की जरूरत है। डिजीटल इंडिया को लेकर जिस तेज गति से काम हुआ बाद में ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है। वहीं युगेश प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि आज के युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। इसलिए जो भी सरकार आए उसे गंभीरता के साथ युवाओं की इस समस्या का समाधान करना होगा।

हर मुद्दा है जरूरी
जब युवाओं के मन की पीड़ा को आरजे प्रीति ने जानना चाहा तो युवाओं ने एक सुर में यही कहा कि कोई भी सरकार हो उसे युवाओं के रोजगार के बारे में ठोस कदम उठाने की जरूरत है। वोट उसे ही जाएगा जो युवाओं के भविष्य को संवारने की बात करेगा। क्योंकि युवा ही देश के विकास में मददगार साबित होता है। इस बीच डिजीटल इंडिया, मुद्रा लोन, एलपीजी सब्सिडी जैसे मुद्दों पर भी मिलेनियल्स ने अपनी राय रखी।

सतमोला खाओ, कुछ भी पचाओ
यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में भले ही शिक्षा के स्तर में भारी पैमाने पर गिरावट के साथ-साथ नकल माफियाओं का बोल बाला रहा हो। लेकिन सरकार ने इन कॉलेज के नकल माफियाओं पर नकेल कसने की पूरा इंतजाम कर दिया है। डीडीयूजीयू से संबद्ध जितने भी कॉलेज हैं। आज उन कॉलेजों पर एसटीएफ की पैनी नजर है। कहीं न कहीं सरकार के इस सख्त कदम के कारण ही नकल माफियाओं के हौसले पस्त हुए हैं। इसी तरह से अगर सख्ती रही तो आने वाले दिनों में नकल माफियाओं का पूरी तरफ से खात्मा हो जाएगा। इससे कहीं न कहीं आने वाले दिनों में शिक्षा के स्तर में सुधार होगा और इन कॉलेजों से पढ़कर निकलने वाले छात्र भी समाज में अपनी एक जगह बना सकेंगे।


 

 

 

मेरी बात
देश भर में जगह-जगह इंस्टीट्यूट और कॉलेजेज खोले जा रहे हैं। लेकिन शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए कोई भी ध्यान नहीं देता है। इसिलिए उच्च शिक्षा में क्वालिटी बेस्ड एजुकेशन पर सरकार काम को काम करना चाहिए। जिस प्रकार से सभी सरकारी और गैर सरकारी विभागों में शैक्षिक योग्यता को जरूरी किया गया है। ठीक इसी प्रकार पॉलिटिक्स में शैक्षिक योग्यता निर्धारित कर प्रतियोगी परीक्षा जैसे आयोजन किए जाने चाहिए। ताकि जो भी इस क्षेत्र में आए वह भी पढ़ा लिखा हो। इससे आज की युवा पीढ़ी को कहीं न कहीं सकारात्मक राजनीति का भी अवसर प्राप्त होगा.
- उपेंद्र पाठक

कड़क मुद्दा
अगर देश के सबसे कड़क मुद्दे की बात करें तो सप्लाई विभाग से लगाए कोटेदार की दुकान तक भ्रष्टाचार चरम पर है। भले ही सरकार ने खाद्यान में खेल को बंद करने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था के साथ-साथ पीओएस मशीन लगा दी है। लेकिन कोटेदार पीओएस मशीन लगने के बाद भी भ्रष्टाचार से बाज नहीं आ रहे। आज भी दो जून की रोटी के लिए गरीबों को कोटेदार की दुकान पर चक्कर लगाना ही पड़ता है। जबकि सरकार का यह दावा रहता है कि प्रत्येक गरीब को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। जबकि हकीकत कुछ और ही बयां कर रहे हैं। जब तक सरकार इस पर सख्ती से कदम नहीं उठाएगी तब तक गरीबों को राशन मिलने में ऐसे ही दिक्कत आती रहेगी।

कोट्स
विकास के क्षेत्र में जितना काम तेजी के साथ हुआ है पिछली सरकार में इतना नहीं हुआ था। लेकिन इसे अगर अधिकारी निर्धारित समय के भीतर गुणवत्ता पूर्वक पूरा कराएं तो काम दिखेगा। हमारा वोट उसे ही जाएगा जो विकास के कार्य को गति दिलाएगा।
- प्रणव त्रिपाठी

देश की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। इसके लिए निश्चित तौर पर सरकार द्वारा सराहनीय कदम उठाए गए हैं। लेकिन विकास के मुद्दों पर अगर बात करें तो जिस गति से होना चाहिए उस गति से नहीं हो रहा है। विकास के कार्य में तेजी लाने के लिए सरकार को इस पर ध्यान देना होगा
- आनंद वर्धन

मेरा वोट उसे ही जाएगा जो स्वच्छता को लेकर ठोस कदम उठाएगा। क्योंकि पिछली सरकार में स्वच्छता पर कोई काम नहीं हुआ। लेकिन स्वच्छता जिस गति से चल रही है उसे हम सभी को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए वर्तमान सरकार का साथ देना होगा। रहा सवाल वोट का तो स्वच्छता ही स्वास्थ्य है इसलिए इस पर फोकस करने वाले को ही चुनेंगे.
- अविरल शर्मा

सर्वप्रथम देश है। देश है तो राजा है। प्रजा अच्छी है तभी राजा भी अच्छा चुना जा सकेगा। इसलिए मेरा वोट उसे जाएगा जो प्रजा की सुरक्षा के बारे में सोचे और इस पर ठोस कदम उठाए। निश्चित तौर पर वर्तमान सरकार ने देश की सुरक्षा के साथ सराहनीय कदम उठाए हैं.
- राजदीप

मेरा वोट उसे जाएगा जो जनसंख्या नियंत्रण के कानून ला सके। क्योंकि जनसंख्या नियंत्रण करना बेहद जरूरी है। जो भी सरकार इस पर ठोस कदम उठा सकती है उसे ही चुना जाना चाहिए। कहीं न कहीं आज की डेट में आने वाली सरकार को इस पर भी विचार करना होगा।

- रत्नेश ओझा

 

जो युवाओं के रोजगार संबंधी बातें करेगाउसे ही मेरा वोट जाएगा। क्योंकि युवा ही देश का भविष्य हैं। अगर वह मानसिक और आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होगा तो फिर विकास कार्य में बाधा उत्पन्न होगी। ऐसे में युवाओं के रोजगार संबंधी मुद्दों पर सरकार को सोचना होगा।

- अभिषेक हरि सिंह

 

बैंकिंग सेक्टर को और मजबूत करने की जरूरत है। क्योंकि बैंकिंग सेक्टर में युवाओं को अगर रोजगार के अवसर मिलते हैं तो निश्चित तौर पर डिजीटल इंडिया का सपना साकार होता नजर आएगा। इसलिए मेरा वोट उस ही जाएगा जो बैंकिंग सेक्टर में अपनी अहम भूमिका निभाएगा।

- शिवेंद्र प्रताप सिंह

 

न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए आतंकवाद एक गंभीर मुद्दा है। वर्तमान सरकार ने एयर स्ट्राइक कर निश्चित तौर पर सराहनीय कदम उठाया है। लेकिन कहीं न कहीं इसे जड़ से खत्म करने के लिए सरकार को विश्व स्तर पर विचार विमर्श करने की जरूरत है।

- अंकित

 

आज की राजनीति को सशक्त करने के लिए युवा को मजबूत करना होगा। क्योंकि देश के विकास में युवा ही रीढ़ है। इसलिए विकास परक सरकार चाहिए तो सिर्फ योजनाएं नहीं बल्कि योजनाओं के विकास कार्य भी होने चाहिए। इसलिए मेरा वोट उसे ही जाएगा जो योजनाओं को लाने के साथ-साथ विकास कार्य को भी तरजीह देगा।

पुनीत