PATNA : हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामे के बाद सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सुरक्षा के घेरे में आ गईं। राज्य के डीजीपी केएस द्विवेदी ने खुद राबड़ी देवी से बातचीत कर उन्हें सुरक्षा लेने के लिए राजी किया।

राबड़ी के नाम पर हुई तैनाती

सुरक्षाकर्मियों की तैनाती राबड़ी देवी के नाम पर की गई है। हाउस गार्ड, सुरक्षा कर्मी, और कारकेड की सभी गाडि़यां भी उन्हें लौटा दी गई हैं। एक दिन पहले ही राबड़ी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दूसरा पत्र लिखकर सुरक्षा में कटौती का विवरण मांगा था और यह भी कहा था कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का भी फोन नहीं उठाते हैं। ऐसे में उनका परिवार सुरक्षित कैसे रह सकता है।

सुरक्षा में कटौती से थीं नाराज

लालू प्रसाद के आवास की सुरक्षा में कटौती के बाद राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव एवं तेज प्रताप यादव ने अपनी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को वापस कर दिया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तब बिहार से बाहर थे। जैसे ही उन्हें सूचना मिली लालू आवास की सुरक्षा वापस कर दी गई थी, किंतु खफा राबड़ी ने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि किन परिस्थतियों में और क्यों उनके आवास से सुरक्षाकर्मियों को हटाया गया। सरकार पहले इसका जवाब दे तभी वे सुरक्षा वापस लेंगी। राबड़ी के इनकार के बाद सुरक्षाकर्मी पिछले चार दिनों से उनके आवास के बाहर ही घूम रहे थे।