जापान में भूकंप प्रभावित फूकूशिमा संयंत्र में दो और विस्फोट होने से भारी मात्रा में रेडियोधर्मी पदार्थ के रिसाव के साथ ही आज परमाणु संकट ने खतरनाक रूप ले लिया जिससे प्रधानमंत्री नाओतो कान ने चेतावनी देनी पड़ी कि और रिसाव होने से बहुत बड़ा जोखिम पैदा हो गया है. इस रिसाव के टोक्यो तक पहुंचने की संभावना जतायी गयी है.

इसी बीच जापान में एक बार फिर आज भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. जापान के मौसम विभाग के अनुसार रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता छह थी. इसका केंद्र राजधानी तोक्यो से करीब 120 किलोमीटर दूर शिजुओका में 10 किलोमीटर की गहराई पर था.

फूकूशिमा डैची संयंत्र के रियक्टर नंबर दो और रियक्टर नंबर चार में आज सुबह दो हाईड्रोजन विस्फोटों के बाद सरकार को घोषणा करनी पड़ी कि विकिरण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है.

संयंत्र संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी 'टेपको' के अनुसार रियक्टर नंबर चार में स्थानीय समयानुनसार करीब नौ बजकर 40 मिनट पर आग लग गयी. इसी रियक्टर में इस्तेमाल हो चुका परमाणु ईंधन संग्रहित किया गया था. हालांकि बाद में इस आग को बुझा दिया गया.

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