- पिछले छह माह से नहीं हो रही कैंसर की रेडियोथेरेपी

- कीमोथेरेपी के लिए कई इंजेक्शन बाहर से लाने पड़ते हैं

- हर साल मेडिकल में आते हैं 750 से 800 मरीज

Meerut : पूरे वेस्ट यूपी का भार मेरठ के मेडिकल कॉलेज पर है। तमाम तरह के पेशेंट्स मेडिकल कॉलेज में आते हैं, लेकिन बात कैंसर की करें तो पिछले छह माह में कैंसर पेशेंट्स की रेडियोथेरेपी ही नहीं हुई है। कीमोथेरेपी की बात करें तो कई महंगे इंजेक्शंस और मेडिसिन बाहर से ही लानी पड़ती है। इस वजह से गरीब लोगों को सरकारी अस्पताल में सस्ता इलाज मुहैया नहीं हो पा रहा है।

अभी तक नहीं आई ग्रांट

छह माह पहले भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर की ओर से किए गए सर्वे में रेडियोथेरेपी मशीन का सोर्स कमजोर पाया था, जिसे अधिकारियों ने बंद कर नई मशीन मंगाने को कहा था। कॉलेज की ओर से ग्रांट के लिए शासन को लिखा था, लेकिन कोई भी ग्रांट नहीं आई है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की मानें तो रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में हर 300 पेशेंट्स आते हैं। अगर बात कीमोथेरेपी की करें तो वहां भी लोगों को राहत नहीं है। महंगे इंजेक्शन और दवाईयां बाहर से ही मंगाई जाती है, जिससे गरीब लोगों को ज्यादा भार पड़ता है।

डॉक्टर्स का मत

मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स बताते हैं कि हर साल 500 लोगों की सर्जरी की जाती है। इन्हीं में से कई केस रेफर होकर आते हैं। अगर कोई कान के कैंसर का केस आता है तो ईएनटी सर्जन देखता है। उसी तरह से ब्रेस्ट, गला गर्भाश्य सभी के लिए अलग-अलग सर्जन हैं, लेकिन बात सर्जिकल ऑन्क्लोजिस्ट की करें तो वो मौजूद नहीं है।

फैक्ट एंड फिगर

- मेडिकल कॉलेज में होती थी 750 से 1000 रुपए में रेडियोथेरेपी

- कीमोथेरेपी का एक साइकिल का खर्चा 8 से 10 हजार

- सर्जरी का खर्चा 8 से 10 हजार

- हर साल कुल कैंसर के पेशेंट आते हैं 800.

- मेडिकल में कुल में से 30 फीसदी हो जाते हैं ठीक

इस तरह के आते हैं ज्यादा मरीज

मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की मानें तो मेडिकल में सबसे अधिक पेशेंट्स ब्रेस्ट कैंसर के आते हैं। उसके बाद गर्भाशय के आते हैं। वहीं गले के कैंसर के भी कई कैंसर पेशेंट भी आते हैं।

मेडिकल कॉलेज में वैसे तो सभी सुविधाएं हैं, लेकिन पिछले छह माह में रेडियोलॉजी की सुविधा नहीं मिल पा रही है। उसका सोर्स कम हो गया था, जिस कारण से बंद करना पड़ा। हमने ग्रांट के लिए शासन को लेटर लिखा हुआ है।

- डॉ। एके तिवारी, रेडियोफिजिक्स साइंटिस्ट, मेडिकल कॉलेज