- पिछले सात महीने से बंद पड़ी थी रेडियोथेरेपी

- नए रेडियो एक्टिव सोर्स के लिए मार्च में पास होंगे तीन करोड़ रुपए

Meerut : पिछले सात महीने से मेडिकल कॉलेज में बंद पड़ी रेडियोथेरेपी आगामी मई के महीने में शुरू हो सकती है। इसके लिए मार्च के बजट में इसे शामिल कर लिया गया है। रेडियो एक्टिव सोर्स के कम होने से इसे बंद करने के आदेश हो गए थे। तब से रेडियोथेरेपी बंद थी। सैंकड़ों लोगों को इस सुविधा से महरूम रहना पड़ रहा था।

नॉर्वे से आएगी मशीन

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ। केके गुप्ता ने बताया कि हमने कई बार शासन को लेटर लिखा है। नए रेडियो एक्टिव सोर्स के लिए शासन की ओर से 2.8 करोड़ रुपए का बजट पास होना है। ये सोर्स बांबे से आएगा, जिसे नॉर्वे से मंगाया जाता है। इस बारे में अभी तक शासन लेवल पर वार्ता की जा रही है। आपको बता दें कि पुराना सोर्स करीब 15 साल पुराना था। जिसे बंद करना पड़ा था। ऐसे में कैंसर मरीजों की रेडियोथेरेपी नहीं हो पा रही थी।

बजट में हुआ शामिल

मेडिकल से जुड़े विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक आगामी बजट में नए रेडियो एक्टिव सोर्स के लिए प्रावधान कर दिया गया है। इसे मार्च में पास कर दिया जाएगा। बजट पास होते ही 20 दिनों के भीतर रुपया रिलीज कर दिया जाएगा। एक महीने के अंदर सोर्स को मेरठ लाया जा सकेगा। मई तक रेडियोथेरेपी के शुरू होने की पूरी संभावना जताई जा रही है।

फैक्ट एंड फिगर

- मेडिकल कॉजेज में होती थी 750 से 1000 रुपए में रेडियोथेरेपी।

- कीमोथेरेपी का एक साइकिल का खर्चा 8 से 10 हजार।

- नए रेडियो एक्टिव सोर्स के लिए 2.8 करोड़ रुपए होंगे ग्रांट।

- पिछले 7 महीने से नहीं चालू है रेडियोथेरेपी।

- सर्जरी का खर्चा 8 से 10 हजार।

- हर साल कुल कैंसर के पेशेंट आते हैं 800.

- मेडिकल में कैंसर के कुल मरीज में से 30 फीसदी होते हैं ठीक।

शासन स्तर से बात चल रही है, उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। नए रेडियो एक्टिव सोर्स नॉर्वे से आएगा।

- डॉ। केके गुप्ता, प्रिंसीपल, मेडिकल कॉलेज