रविवार को खेले गए फ़ाइनल मुक़ाबले में शीर्ष वरीयता हासिल नडाल ने दूसरी वरीयता हासिल सर्बिया के नोवाक जोकोविच को 3-6, 7-5, 6-2, 6-4 से हरा कर लगातार पांचवीं बार और कुल मिलाकर नौवीं बार ख़िताब अपने नाम किया.

इसके साथ ही जोकोविच का फ्रेंच ओपन पहली बार जीतने का सपना, सपना ही रह गया.

वैसे इस फाइनल मुक़ाबले में जोकोविच ने पहले सेट में शानदार शुरुआत करते हुए नडाल पर दबाव बनाया, जब उन्होंने 6-3 से पहला सेट जीता, तो लगा कि जैसे इस बार फ्रेंच ओपन को नया चैंपियन मिलने वाला है, लेकिन इसके बाद नडाल ने दिखाया कि आख़िरकार क्यों फ्रेंच ओपन उन्हें इतना रास आता है.

नडाल का दबदबा

हालांकि नडाल ने दूसरा सेट बेहद संघर्ष के बाद 7-5 से अपने नाम किया, लेकिन इसके बाद उन्होंने मुड़ कर नहीं देखा.

तीसरे सेट में तो उन्होंने जोकोविच को जैसे बेबस ही कर दिया और जब 6-2 से ये सेट जीता तभी लगने लगा था कि ये मुक़ाबला पांच सेट तक नहीं चलेगा.

नडाल ने बेस लाइन के अलावा नेट पर भी शानदार खेल दिखाया और चौथा सेट 6-4 से अपने नाम करते हुए लगातार पांचवीं बार फ्रेंच ओपन अपने नाम किया.

नौ बार फ्रेंच ओपन अपने नाम करने वाले नडाल दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं.

फ्रेंच ओपन में नडाल के दबदबे का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि वो यहां पर केवल एक बार हारे हैं और 66 बार जीते हैं.

नडाल ने 2005 में पहली बार फ्रेंच ओपन अपने नाम किया था. उसके बाद 2006, 2007 और 2008 में भी ख़िताब जीता जबकि 2009 में भी चौथे दौर में हार कर बाहर हुए.

फ्रेंच ओपन में यही उनकी इकलौती हार रही और उसके बाद से एक बार फिर उनकी जीत का सिलसिला जारी रहा.

International News inextlive from World News Desk