-शिकायत वापस, केजीएमयू ने खत्म किया विवाद

LUCKNOW:

केजीएमयू के रेडियोथेरेपी डिपार्टमेंट में रैगिंग के आरोपी सीनियर रेजीडेंट ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद शिकायतकर्ता रेजीडेंट डॉक्टर्स ने अपनी शिकायत वापस ले ली है। इस पूरे मामले को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसी के साथ केजीएमयू प्रशासन ने भी इस मामले को खत्म कर दिया।

दोबारा लिए दोनों पक्षों के बयान

केंद्रीय एंटी रैगिंग हेल्पलाइन से मिले निर्देशों के बाद केजीएमयू की एंटी रैगिंग सेल ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनके लिखित बयान लिए। एंटी रैगिंग सेल ने शिकायतकर्ता डॉ। दीप चक्रवर्ती सहित अन्य चार रेजीडेंट डॉक्टर्स को आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसी समस्या नहीं होगी। जिसके बाद सभी रेजीडेंट शिकायत वापस लेने को राजी हो गए थे। लेकिन गुरुवार को आरोपी डॉ। सिद्धार्थ ने सीनियर रेजीडेंट के पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद रेजीडेंट डॉक्टर डॉ। दीप, डॉ। जितेंद्र, डॉ। सूर्य, डॉ। श्वेतिमा, और डॉ। विजय ने कहा कि अब उनकी प्रॉब्लम साल्व हो गई है। जेआर द्वारा लिखित में कार्रवाई की संतुष्टि का पत्र मिलने के बाद केजीएमयू की एंटी रैगिंग सेल ने मामले को खत्म कर दिया।

ये था मामला

दरअसल डिपार्टमेंट के रेजीडेंट डाक्टर्स ने सीनियर रेजीडेंट पर आरोप लगाया था कि वे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताडि़त करते हैं। जिसके बाद केजीएमयू की एंटी रैगिंग सेल ने दोनों पक्षों के बयान लिए थे और शिकायत करने वालों पर ही दोष मढ़ दिया था। जिसके बाद उन्होंने दोबारा केंद्रीय एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में शिकायत की। जिस पर केजीएमयू को दोबारा जांच करने को कहा गया।

एंटी रैगिंग हेल्प लाइन के निर्देशों के बाद पुन: दोनों पक्षों के बयान लिए गए। आरोपी ने कहा भविष्य में ऐसा नहीं होगा। इसी क्रम में पता चला कि उसने इस्तीफा दे दिया। शिकायत वापस ले ली गई है।

प्रो। आर.ए.एस। कुशवाहा,

चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू