रोड शो में राहुल गांधी ने इलाहाबादियों को दिखाया अपनापन

वर्षो बाद गांधी परिवार के वंशज के रोड शो का शहर ने किया इस्तकबाल

मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जमकर किया राहुल गांधी का स्वागत

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: जो इलाहाबाद कभी कांग्रेसियों का गढ़ हुआ करता था, नेहरू परिवार जिस शहर को अपना घर मानता था, गुरुवार को कांग्रेस के उस घर में पार्टी के युवराज राहुल गांधी का जबर्दस्त दम दिखा। किसान यात्रा के जरिये ही सही 1989 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जन यात्रा के बाद पहली बार गांधी परिवार के वंशज ने शहर में रोड शो किया तो शहर पश्चिमी के लोगों ने भी दिल से इस्तकबाल किया। स्वागत और भीड़ से उत्साहित राहुल गांधी ने 'मैं अपने घर आया हूं' कहकर भीड़ को अपनत्व का एहसास कराया।

रोड शो से पहले महापुरुषों को नमन बुधवार की रात प्रयाग नगरी में आराम करने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को रोड शो की शुरुआत महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर व नमन करने के साथ की। बालसन चौराहा पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाने के बाद कंपनी गार्डेन पहुंचे। यहां अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर स्वराज भवन लौटे। यहां से विधायक अनुग्रह नारायण सिंह, पूर्व मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद प्रमोद तिवारी व कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीता बहुगुणा जोशी के साथ रोड शो के लिए निकले।

टूट पड़ी युवाओं की भीड़

स्वराज भवन से जैसे ही राहुल गांधी के रोड शो की शुरुआत हुई, युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यूनिवर्सिटी रोड, कटरा चौराहा, नेतराम चौराहा और मनमोहन पार्क के साथ ही हिंदू हॉस्टल चौराहे पर बड़ी संख्या में युवाओं ने राहुल गांधी का स्वागत किया। घर की खिड़की व बारजे से महिलाओं ने राहुल गांधी का अभिवादन किया। वहीं कमला नेहरू रोड पर करियर कोचिंग के बाहर तो युवाओं की भीड़ ने यात्रा को रोक लिया और राहुल गांधी को नीचे उतारने पर अड़ गए। लेकिन बाद में मानते हुए युवाओं ने राहुल गांधी की बातों को सुना और हां में हां मिलाया।

ढोल नगाड़े के साथ स्वागत

फायर ब्रिगेड चौराहे पर हेमवती नंदन बहुगुणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद राहुल गांधी की यात्रा आगे बढ़ी तो लोगों ने पूरी यात्रा को कैप्चर कर लिया। एबीआईसी चौराहे पर अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन इंजीनियर मोहम्मद नसीम सिद्दीकी, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जावेद उर्फी, तालिब अहमद, इरफानुल हक, नदीम सिद्दीकी, जुबैर, अहमद, दानिश, अंजुम, सलमान सिद्दीकी, शफीक अहमद आदि ने स्वागत किया। निरंजन पुल से होकर यात्रा जैसे ही आगे बढ़ी मुस्लिम समाज के हजारों लोगों ने ढोल नगाड़े के साथ यात्रा का स्वागत किया और आतिशबाजी करने के साथ ही कांग्रेस के युवराज पर फूलों की बरसात की। निरंजन पुल से घंटाघर चौराहे तक किसान यात्रा का जबर्दस्त स्वागत हुआ। जगह-जगह स्टेज बनाकर यात्रा का स्वागत करने के साथ ही फूलों की वर्षा की गई। राहुल गांधी ने भी पूरे जोश के साथ लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।

ऐतिहासिक नीम के पेड़ को नमन

घंटाघर होते हुए चौक स्थित ऐतिहासिक नीम के पेड़ के पास कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबा अवस्थी ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया। वहीं नीम के पेड़ की विशेषता और 1857 क्रांति के दौरान फांसी के फंदे पर चढ़ा गए अमर शहीदों की वीरता की कहानी बताई। जिसे सुनने के बाद राहुल गांधी ने नीम के पेड़ के पास पहुंच कर नमन किया और बड़ी संख्या में आए लोगों का अभिवादन करते हुए धन्यवाद दिया। नीम के पेड़ से होते हुए किसान यात्रा नखासकोहना, शाहगंज, खुल्दाबाद और फिर हिम्मत गंज पहुंची। जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की भीड़ यात्रा का स्वागत करने के लिए टूट पड़ी। शाहगंज कोतवाली के सामने लोगों ने किसान यात्रा को रोका, जिन्हें राहुल गांधी ने संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला।

बाबा की मजार पर चढ़ाई चादर

राहुल गांधी ने हिंदू-मुस्लिम एकता का केंद्र रहे हिम्मतगंज स्थित मुनव्वर शाह अली बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। चादर चढ़ा कर मत्था टेका और मन्नतें मांगी। करीब दस मिनट तक बाबा के दरबार में समय बिताने के बाद राहुल गांधी सुलेमसराय की ओर रवाना हुए।