आई शॉकिंग

RANCHI (12 April): पिछले साल सितंबर महीने में जहां की शराब पीकर जैप जवान समेत 14 लोगों की मौत हो गई थी, वहां जहर का कारोबार फिर शुरू हो गया है। जी हां, नामकुम जोरार बस्ती में सालों से चल रहा शराब का अवैध धंधा बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। कार्रवाई के छह महीने बाद ही बुधवार की रात उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर 700 लीटर नकली शराब बरामद की है। इसके साथ ही एक बार फिर जहर के इस कारोबार की पोल खुल गई है।

 

दो गिरफ्तार, भेेजे गए जेल

शराब बनाने वाले दो लोगों को पुलिस ने अरेस्ट भी किया है। इनमें अजय यादव और रामनाथ राय शामिल हैं, जिन्हें जेल भेज दिया गया है। सरकार द्वारा इतनी कड़ाई के बाद भी राजधानी में नकली शराब का व्यवसाय फ ल-फूल रहा है। जिस जोरार बस्ती के कारण कई लोगों की जानें गई, वहां आज भी नकली शराब बनाने का धंधा चल रहा है।


राजधानी में पहुंच रहा नकली शराब

इतना ही नहीं, राजधानी के आसपास कई जगहों पर अवैध शराब का धंधा बेखौफ फ ल-फू ल रहा है। हाल के दिनों में रांची पुलिस और एक्साइज विभाग की ओर से कई जगह नकली शराब के ठेके पर छापेमारी कर उन्हें सील किया गया है। लेकिन शराब माफि या द्वारा नकली शराब बनाने का धंधा अभी भी बंद नहीं हुआ है। आए दिन राजधानी में कई जगह नकली शराब बनाने की सूचना पर पुलिस छापेमारी कर उनको पकड़ कर जेल भेज रही है, लेकिन यह कम नहीं हो पा रहा है।

 

पिछले साल डोरंडा के 14 लोगों की गई थी जान

पिछले साल सितंबर महीने में राजधानी रांची में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई थी। बताया गया कि रांची के डोरंडा के नेपाली कॉलोनी से शराब खरीदकर पीने वाले लोगों की मौत हुई थी। डोरंडा के नेपाली कॉलोनी में सप्लाई की गई जहरीली शराब नामकुम के जोरार से भेजी गई थी। पुलिस महकमा और उत्पाद विभाग नकली शराब की तलाश में छापेमारी के दौरान नामकुम जोरार बस्ती में बड़ी मात्रा में नकली शराब और ब्रांडेड रैपर बरामद किए थे।

 

वर्जन

एक्साइज विभाग को जैसे ही सूचना मिलती है कि नकली शराब बनाने का धंधा चल रहा है, तत्काल कार्रवाई की जाती है। नामकुम की जोरार बस्ती पर प्रशासन की नजर है, वहां नकली शराब बनाने का धंधा चलने नहीं दिया जाएगा।

-भोर सिंह यादव, कमिश्नर, एक्साइज विभाग, झारखंड