छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: दीपावली पर मिलावटी मिठाई की बिक्री पर रोक लगाने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने कमर कस लिया है। इसे लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट ने मंगलवार को शहर भर में छापेमारी की। सिविल सर्जन डॉ। महेश्वर प्रसाद के निर्देश पर बनी डाक्टरों की दो टीमों ने सात दुकानों से 15 मिठाइयों के सैंपल लिए। इसके अलावा, साकची टिन शेड में खोवा का एक सैंपल लिया गया।

मच गई खलबली

फूड सेफ्टी आफिसर गुलाब लकड़ा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुबह 10 बजे साकची टिन शेड में खोवा लाइन में छापामारी की। यहां टीम को देखते ही खोवा बेच रहे दुकानदारों में खलबली मच गई। दुकानदार अपना-अपना खोवा लेकर निकल भागे। मकसूद नामक एक दुकानदार पकड़ा गया जिसका सैंपल भर लिया गया। यहां से सैंपल भरने के बाद डाक्टरों की टीम ठाकुरबाड़ी रोड स्थित मिठाई की दुकान गोकुल भोग पहुंची जहां बर्फी और छेना के रसगुल्ला का सैंपल लिया गया। यहां के बाद टीम जुगसलाई में मिठाई की दुकान गनगौर स्वीट्स की फैक्ट्री गई। यहां काजू की बर्फी और कलाकंद का सैंपल लिया गया। यहां डाक्टरों ने मिठाई बनाने की प्रक्रिया की भी जांच की। इसके बाद जुगसलाई में ही मिठाई की दुकान छप्पन भोग में छापामारी हुई। यहां रसगुल्ला और बूंदी के लड्डू का सैंपल भरा गया। इस टीम में डा। साहिर पाल और डा। अरविंद पाल भी थे। डा। मृत्युंजय धावडि़या और डा। पीएन तिवारी के नेतृत्व में विभाग की दूसरी टीम ने धतकीडीह में राजस्थान शर्मा स्वीट पर जांच की और यहां से मऊचक मिठाई और बेसन के लड्डू के नमूने लिए गए। इसके बाद ये टीम कदमा बाजार पहुंची। यहां मिठाई की दुकान स्वीट मार्ट में जांच की गई। डाक्टरों ने यहां से खोवा और काजू की बर्फी के नमूने लिए।

एसडीओ ने दी हिदायत

हेल्थ डिपार्टमेंट की तीन टीम को शहर में छापामारी करनी थी। फूड सेफ्टी आफिसर गुलाब लकड़ा की टीम को छापामारी के लिए पुलिस की एक टीम दे दी गई थी। लेकिन, डा। मृत्युंजय धावडि़या और डा। पीएन तिवारी की टीमों को मजिस्ट्रेट मुहैया कराने के लिए एसडीओ दफ्तर में शाम पांच बजे तक इंतजार करना पड़ा। लेकिन मजिस्ट्रेट नहीं मिल सका। इसके बाद समय कम होने पर दोनों टीमों ने एक साथ छापामारी की। एसडीओ ने दोनों डाक्टरों को हिदायत दी कि छापामारी के दौरान किसी दुकानदार को धमकाएं नहीं।