22 ठिकानों पर यूपी में छापे

08 ठिकाने राजधानी में मौजूद

- काला धन ठिकाने लगाने पर आयकर विभाग ने मारा छापा

- नोट बदलने की शिकायत मिलने पर कई विभागों में सुरागरसी शुरू

- शराब सिंडीकेट पर भी नजर, करोड़ों के हेरफेर की आशंका

LUCKNOW:नोट बंदी के बाद काला धन ठिकाने लगाने की जुगत में लगे एक बिल्डर के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक छापेमारी की कार्रवाई बिल्डर के दिल्ली, लखनऊ, इलाहाबाद व मेरठ के करीब 22 ठिकानों पर हुई, इनमें से आठ केवल लखनऊ के हैं। खबर लिखे जाने तक जॉपलिंग रोड, विभूति खंड व अंसल गोल्फ सिटी समेत आठ ठिकानों को आयकर विभाग के अधिकारी खंगाल रहे थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बिल्डर द्वारा काले धन को सफेद करने तथा 500 व हजार के नोटों के जरिए फ्लैट बुक कराये जाने के प्रमाण मिले है। साथ ही बड़े पैमाने पर बोगस शेयर और बेनामी संपत्तियों का भी पता चला है। फिलहाल अधिकारी छापेमारी में बरामद हुई रकम का खुलासा नहीं कर रहे हैं।

पुराने नोट लेकर महंगे दामों पर बेच रहे थे फ्लैट

बिल्डर के ठिकानों पर छापेमारी में आयकर विभाग को कई बैंक लॉकर्स और तमाम संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं। विभाग ने सभी लॉकर्स को सील कर दिया है। इन्हें जल्द ही खोला जाएगा। इसके अलावा कई कंप्यूटर्स की हार्ड डिस्क को भी कब्जे में ले लिया गया है। आयकर अधिकारियों के मुताबिक बिल्डर 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट लेकर बढ़े दामों पर बैक डेट में फ्लैट बेच रहे थे। करीब 40 लाख रुपये कीमत वाले फ्लैट पुराने नोट देने पर साठ लाख रुपये तक बेचे जा रहे थे। इसकी पुख्ता सूचना मिलने के बाद आयकर विभाग ने बिल्डर के सभी ठिकानों को खंगालना शुरू कर दिया।

कई विभागों पर भी टिकी नजर

वहीं दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यूपी के उन तमाम विभागों पर अपनी नजरें पैनी कर दी हैं, जिनके खिलाफ बड़े नोटों को बदलकर छोटे नोट जमा करने की शिकायतें मिल रही हैं। ईडी के सूत्रों की माने तो कुछ विभागों में अफसरों द्वारा बड़े पैमाने पर यह गोरखधंधे अंजाम देने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। वहीं बुधवार को ईडी और आयकर विभाग में यूपी के शराब सिंडीकेट द्वारा करोड़ों रुपये की ब्लैक मनी को ठिकाने लगाने की कवायद की भी खासी चर्चा रही। सूत्रों की मानें तो शराब माफिया द्वारा दीपावली के दौरान बड़े पैमाने पर हरियाणा की शराब बेचने से जुटाई गयी करीब पचास करोड़ की रकम को तेजी से छोटे नोटों की शक्ल दी जा रही है। इस बाबत जांच एजेंसियों ने अपनी सुरागरसी तेज कर दी है। एजेंसियों के पास तमाम राजनेताओं की शिकायतें भी आ रही है जिनमें उनके पास बड़े पैमाने पर काला धन होने की आशंका जताई गयी है। इसके अलावा नोट एक्सचेंज करने में हेराफेरी करने वाले कुछ बैंक मैनेजर भी इस फेहरिस्त में शामिल हैं। फिलहाल ईडी और आयकर विभाग वित्त मंत्रालय और सीबीडीटी के निर्देशों के मुताबिक खिफया जानकारियां बटोर रहे हैं।

जब्त होगी रातों-रात बटोरी रकम

सूत्रों की माने तो आठ नवंबर के बाद जिन लोगों के खिलाफ काले धन को सफेद करने की शिकायतों के बाद छापेमारी की गयी थी, जांच के बाद उनके ठिकानों से बरामद रकम को जब्त कर लिया जाएगा। वहीं जिन्होंने अपने बही-खातों में हेराफेरी कर काले धन को खपाने की कोशिश की है, उन्हें भी नोटिस देकर जुर्माना समेत रकम जमा करने को कहा जाएगा। सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग और ईडी ने राजधानी के तमाम ज्वैलर्स और मनी एक्सचेंज करने वाली फर्मो को नोटिस देकर बही-खातों के साथ तलब भी कर लिया है।