-कैंट स्टेशन पर शाम ढलते ही ठप हो जा रही है खानपान की व्यवस्था
-दूरदराज से आने वाले passengers को भोजन के लिए पड़ रहा है भटकना
--Only प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ही मिल रहा भोजन
VARANASI: ट्रेन्स में जर्नी कर रहे पैसेंजर्स को बनारस के कैंट रेलवे स्टेशन पर शाम ढलने के बाद भूखे ही रहना पड़ रहा है। उनके भोजन के लिए स्टेशन पर इस समय कोई इंतजाम नहीं है। डेली लाखों लोग बिना कुछ खाये-पीये ही आगे बढ़ जा रहे हैं। इसकी वजह कैंट स्टेशन के प्लेटफॉर्म्स पर खानपान की लचर व्यवस्था है। सिचुएशन यह कि प्लेटफॉर्म नंबर एक को छोड़ दिया जाए तो अन्य किसी भी प्लेटफॉर्म पर रात आठ बजे के बाद चाय तक नसीब नहीं होती। वहीं प्लेटफॉर्म नम्बर पांच पर मौजूद भोजनालय भी लंबे समय से बंद पड़ा है। रेलवे ऑफिसर्स के कई बार आश्वासन के बाद भी यह भोजनालय ओपेन नहीं हो पाया है। बता दें कि इस भोजनालय की व्यवस्था का जिम्मा आईआरसीटीसी के हाथ में था। जिसे रेलवे ने बाद में अपने हाथ में ले लिया। तभी के बाद से यहां भोजन को लेकर प्रॉब्लम बनी हुई है।
चार साल से बेपटरी
कैंट स्टेशन पर खानपान की व्यवस्था पिछले चार साल से बेपटरी है। यहां स्थित एकमात्र भोजनालय सहित स्टॉल्स पर पिछले चार साल से भोजन की व्यवस्था बंद है। इसे कई बार शुरू कराने की घोषणा हुई, लेकिन हुआ कुछ नहीं। भोजनालय के लंबे समय से बंद पड़े रहने से यहां आने और स्टेशन से रवाना होने वाले पैसेंजर्स को भोजन के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। दिन में तो चाय, बिस्किट, पानी, कोल्ड ड्रिंक्स व स्नैक्स मिल भी जाता है, लेकिन रात में तो पानी तक नसीब नहीं होता। यदि कोई पैसेंजर भोजन के नाम पर कुछ लेना चाहता है तो उसे इसके लिए अपनी जेब हल्की करनी पड़ती है।
चाय के लिए तरस जा रहे
स्टेशन पर इस एकमात्र भोजनालय के अलावा रेलवे की तरफ से लगभग सभी प्लेटफॉर्म्स पर खानपान के लिए स्टॉल्स थे। इनसे लोगों को आसानी से भोजन मिल जाया करता था। लेकिन जब से खानपान की व्यवस्था रेलवे को हैंडओवर हुई है तब से यहां भोजन के लाले पड़ गए हैं। अब बस प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ही भोजन की व्यवस्था है। उसमें एक है फूड प्लाजा जहां भोजन और फास्ट फूड की व्यवस्था है। दूसरा है जन आहार। यहां पैसेंजर्स के लिए खाने की व्यवस्था अवेलेबल है, पर वह भी केवल दिन में। शाम ढलते ही इसका शटर भी गिर जाता है। फिर जर्नी करने वाले चाय पानी के लिए तरस जाते हैं। यही हाल सभी प्लेटफॉर्म्स पर स्थित स्टॉल्स का है। इसका फायदा अवैध वेंडर्स उठा रहे हैं। वो औने पौने रेट पर पैसेंजर्स को घटिया खाना बेच रहे हैं।
'प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर स्थित भोजनालय को स्टार्ट करने का काम तेजी से चल रहा है। जल्द ही इसे ओपेन कर दिया जाएगा'।
एसके पांडेय, मैनेजर, रेलवे खानपान
हाईलाइट्स
-स्टेशन पर भोजन, चाय, पानी और पैक्ड फूड आइटम के लिए क्फ् स्टॉल्स की व्यवस्था है।
-रेलवे के सात स्टॉल्स विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर हैं।
-प्राइवेट वेंडर्स के छह स्टॉल्स हैं।
-विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर स्थित प्राइवेट वेंडर्स के स्टॉल्स पर जनता भोजन मिलता है।
-प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर रेलवे का भोजनालय है जो चार साल से बंद है।
-प्लेटफॉर्म नंबर एक पर फूड प्लाजा और आईआरसीटीसी का जन आहार स्थित है।