-आईआरसीटीसी ने क्लास अपग्रेडेशन का दिया विकल्प

-टिकट बुकिंग के दौरान वेबसाइट पर अपग्रेडेशन का चुनना होगा ऑप्शन

VARANASI

फेस्टिवल सीजन स्टार्ट होने के साथ ही सफर का प्लान बनाए लोगों की धड़कन बढ़ जाती है। क्योंकि कंफर्म रेल टिकट ही नहीं मिल पाता है। लेकिन अगर इस फेस्टिवल सीजन में आप ट्रेन से सफर करने जा रहे हैं तो कंफर्म टिकट के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप स्लीपर टिकट पर एसी में जर्नी कर सकेंगे। आईआरसीटीसी ने यात्रियों को यह सौगात दी है। इसके तहत आईआरसीटीसी के वेबसाइट के थ्रू बुक हुआ टिकट अब अपग्रेड हो जाएगा। यह स्लीपर से एसी में और थर्ड एसी का टिकट सेकेंड एसी में अपगे्रड हो सकता है। इसमें शर्त सिर्फ इतना है कि संबंधित ट्रेन में सीट खाली होनी चाहिए।

वेबसाइट पर क्लास अपग्रेडेशन

ऑनलाइन टिकट बुकिंग करने के दौरान आईआरसीटीसी यात्रियों को क्लास अपग्रेडेशन का ऑप्शन दे रहा है। ऑटो अपग्रेडेशन के तहत, रेलवे पूरा किराया देने वाले वेटिंग पैसेंजर के टिकट को उच्च श्रेणी में खाली सीटों पर अपग्रेड करती है। खास बात यह है कि इसके लिए पैसेंजर्स को अतिरिक्त किराया भी नहीं चुकाना होगा।

यदि किसी पैसेंजर ने टिकट बुकिंग के दौरान अपग्रेडेशन सिस्टम के ऑप्शन पर नो को चुना है, तो उसका पीएनआर अपग्रेडेशन लिस्ट में नहीं रहता है। वह बाहर हो जाता है। सीट खाली होने के बाद भी ऐसे पैसेंजर का टिकट अपग्रेड नहीं हो सकता।

सीनियर सिटिजन और फ्री पास बाहर

आईआरसीटीसी ने अपने वेबसाइट में यह ऑप्शन पैसेंजर्स की असुविधा को देखते हुए अपडेट किया है। पहले पूरा किराया देने के बाद भी यदि टिकट वेटिंग का है तो चार्ट बनते ही कैंसिल हो जाता था। वे चाहकर भी जर्नी नहीं कर पाते थे। अब उन्हें राहत मिल जाएगी। कम से कम सीट अवेलेबल होने पर क्लास अपग्रेड हो जाएगा। वहीं छूट वाले टिकट, फ्री पास होल्डर और सीनियर सिटिजन का टिकट अपग्रेड नहीं होगा।

प्वाइंट टू बी नोटेड

-चार्ट बनने के समय पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के द्वारा टिकट अपग्रेडेशन ऑटोमेटिक होता है।

-इस स्कीम के तहत टिकट निरीक्षक किसी पैसेंजर का क्लास अपग्रेड नहीं कर सकता है।

-स्कीम के तहत सिर्फ वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को कंफर्म सीट दिया जाता है। -शेष सीटों की बुकिंग पहले से मौजूद प्रक्रिया के तहत मौजूद काउंटर से होती है। -यदि ट्रेन में किसी तरह का वेटिंग लिस्ट नहीं है तो किसी टिकट का अपग्रेडेशन नहीं होगा।

-टिकट अपग्रेड होने के बाद भी पीएनआर नंबर पहले वाला ही बना रहता है।