- रेलवे बोर्ड के मेंबर ऑफ ट्रैफिक ने प्लानिंग की शेयर

- गुड्स ट्रेंस के लिए बनाया जाएगा प्राइवेट फेयर टर्मिनल, अनमैंड क्रॉसिंग पर रखे जाएंगे गेट मित्र

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : कंफर्म बर्थ पर रेल का सफर करने की चाह रखने वाले पैसेंजर्स को रेलवे ने बड़ी राहत दी है। रेल एडमिनिस्ट्रेशन ने हाल ही में स्टार्ट हुए 'तत्काल प्रीमियम' के लिए पैसेंजर्स की टाइमिंग को चेंज कर 8 बजे से बुकिंग शुरु करने का फैसला किया है। ऐसे में पैसेंजर्स को 10 बजे से शुरु होने वाले तत्काल की बुकिंग के लिए सीटें फुल होने तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और उन्हें कंफर्म सीट भी मिल जाएगी। तत्काल प्रीमियम कोटे की 50 परसेंट सीट का रिजर्वेशन ऑनलाइन मोड में 8 बजे से ही शुरु कर दिया जाएगा। यह बातें रेलवे बोर्ड के मेंबर ऑफ ट्रैफिक डीपी पांडेय ने शेयर कीं, वह गोरखपुर हेडक्वार्टर पर प्रेस से रूबरू थे। इस दौरान उन्होंने रेलवे की फ्यूचर प्लानिंग भी शेयर कीं।

तत्काल प्रीमियम का मिलेगा फायदा

तत्काल प्रीमियम में यूजर्स से प्रीमियम फेयर चार्ज किया जाता है, लेकिन उन्हें भी तत्काल पैसेंजर्स की तरह ही फैसिलिटी प्रोवाइड की जाती है। श्री पांडेय ने बताया कि पैसेंजर्स की अक्सर शिकायत आ रही थी कि तत्काल प्रीमियम के बाद भी उन्हें अपर बर्थ मिल जाती है, जबकि तत्काल के थ्रू टिकट बुक करने वाले पैसेंजर्स को लोवर बर्थ मिल जाती है। रेलवे ने अब तत्काल प्रीमियम के पैसेंजर्स को तरजीह देते हुए उन्हें ही लोवर बर्थ एलॉट करने का फैसला किया है। सीनियर सिटिजन और फीमेल के केस में उन्हें तत्काल में भी लोवर सीट एलॉट की जा सकती है। उन्होंने बताया कि 400 किमी से ज्यादा की यात्रा करने वाले पैसेंजर्स की सुविधा के लिए जनसाधारण ट्रेंस को भी चलाया जाएगा।

कई नई चीजों की होगी शुरुआत

- दिसंबर मंथ से रेलवे ई-कैटरिंग फैसिलिटी की शुरुआत करेगा। ऑनलाइन या फोन के थ्रू ऑर्डर देने पर पैसेंजर्स को खाने की फैसिलिटी प्रोवाइड की जाएगी।

- जिन स्टेशनों पर रेलवे के फूड कोर्ट नहीं है, वहां क्वालिटी खाना प्रोवाइड करने वाले वेंडर्स से टाइअप कर पैसेंजर्स को फैसिलिटी प्रोवाइड की जाएगी।

- रेल एडमिनिस्ट्रेशन खान-पान में सुधार करने के लिए पैसेंजर्स के मोबाइल पर कॉन्टैक्ट कर उनसे फीडबैक लेना शुरु कर चुका है। पहले जहां कंप्लेन का परसेंटेज 51 परसेंट था, वहीं मौजूदा वक्त में यह 27 परसेंट के आंकड़े पर पहुंच चुका है।

- रेलवे इस कोशिश में जुट गया है कि कैसे ट्रेन टाइमिंग पर स्टेशन पहुंचे। इसके लिए जहां रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की बर्थिग ठीक की जाएगी, वहीं दूसरी ओर जहां स्टॉपेज टाइमिंग काफी ज्यादा है, उसे कम किया जाएगा।

- एनई रेलवे के लखनऊ, वाराणसी डिविजन में गुड्स ट्रेंस के लिए टर्मिनल की काफी जरूरत है। अगर कोई रेलवे के साथ जुड़कर गुड्स ट्रेंस के लिए प्राइवेट फेयर टर्मिनल बनाने की इच्छा रखता है, तो रेलवे उसका स्वागत करने को तैयार है। यह पीपीपी मॉडल के तौर पर वर्क करेगा।

- लगातार हो रहे एक्सिडेंट रोकने के लिए रेलवे ऐसी टेक्नोलॉजी पर वर्क कर रहा है कि एक लिमिटेड डिस्टेंस के बाद अगर कोई ट्रेन सेम ट्रैक पर दौड़ रही है तो उसकी स्पीड ऑटोमेटिक कम हो जाए, जिससे कि टक्कर न हो और अगर हो भी तो उस दौरान ट्रेन की स्पीड इतनी हो कि इससे कोई नुकसान न हो।

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'गेट मित्र' रोकेंगे दुर्घटना

रेल में लगातार हो रही दुर्घटना के बारे में उन्होंने बताया कि दो वजह से दुर्घटनाएं हो रही है। पहली डीरेल और दूसरी अनमैंड क्रॉसिंग। डीरेल्ड होने की घटना पर रेल काफी मंथन कर रहा है और इस ओर बढ़ाए गए कदम से काफी फायदा भी हुआ है। दूसरी वजह अनमैंड क्रॉसिंग है, इसको रोकने के लिए रेलवे ने 'गेट मित्र' स्कीम शुरु करने का फैसला किया है। जहां भी अनमैंड क्रॉसिंग है, उस गांव के किसी एक शख्स को अनमैंड क्रॉसिंग पर लगाया जाएगा, जो लोगों को ट्रेन आने के दौरान रोकेगा, वहीं उन्हें अवेयर भी करेगा। इसके बदले रेलवे उन्हें कुछ पेमेंट देगी। उन्होंने बताया कि रेलवे की यह कोशिश है कि 2021 तक सभी अनमैंड क्रॉसिंग को खत्म कर दिया जाए।