आगरा। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल को आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाओं के निरीक्षण में तमाम खामियां मिलीं। इस दौरान उन्होंने रेलवे अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

आगरा कैंट स्टेशन लाइव

रेलवे बोर्ड अध्यक्ष एके मित्तल: प्लेटफॉर्म नं चार से एक पर जाने के लिए सीढि़यों की ओर चढ़ते हुए यकायक रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष की नजर अधूरे टिन शेड पर पड़ी तो उन्होंने सवाल दागा। ये अधूरा कैसे पड़ा है?

एडीआरएम: सर, इसको मॉडीफाई किया जाना है। साथ में अन्य अफसर भी समझाने में जुट जाते हैं।

अध्यक्ष एके मित्तल: बीच का पोर्शन क्यों छोड़ दिया। इसका क्या मतलब है।

रेलवे अफसर: सभी निरुत्तर हो गए।

अध्यक्ष एके मित्तल: इसको सही कराइए, इतना कहते हुए प्लेटफॉर्म नं एक पर पहुंच जाते हैं। तभी वेटिंग रूम की बगल से पार्सल का वजन तोलने का कांटा दिखाई दिया। ये यहां क्यों रखा है?

रेलवे अफसर: एक बार चुप हो जाते हैं।

अध्यक्ष एके मित्तल: बुलवाइए कौन हैं यहां, इसको हटवाइए।

रेलवे अफसर: जी सर।

अध्यक्ष एके मित्तल: ये क्लोक रूम है। यहां सामान रखने का क्या तरीका है।

क्लोक रूम इंचार्ज: सर हम आईडी लेते हैं। उसके बाद रसीद देते हैं।

अध्यक्ष एके मित्तल: कितना चार्ज है?

क्लोक रूम इंचार्ज: सर शुरू में 15 रुपये, 24 घंटा होने पर 20 रुपये

अध्यक्ष एके मित्तल: इसमें पैंसेजर कितने दिन तक सामान रख सकता है।

क्लोक रूम इंचार्ज: सर 15 दिन तक रखा जा सकता है।

अध्यक्ष एके मित्तल: सामान कैसे रखते हो, दिखाइए

अन्दर जाते ही पैंसेजर्स का सामान बेतरतीबी ढंग से रखा हुआ नजर आया। इस पर अध्यक्ष तल्ख हो गए।

क्लोक रूम इंचार्ज: सर हम रसीद नम्बर से रखते हैं।

अध्यक्ष एके मित्तल: क्या प्रत्येक पैंसेजर का लोकेशन नम्बर है।

क्लोक रूम इंचार्ज: नहीं सर।

अध्यक्ष एके मित्तल: यहां सीनियर डीसीएम कौन है? बुलाओ।

डीआरएम: सर वे छुट्टी पर हैं। इतने में डीसीएम नवीन दीक्षित सामने आ जाते हैं।

अध्यक्ष एके मित्तल: ये तुम देखते हो, क्या देखते हो?

डीसीएम: अपनी सफाई पेश करने लगते हैं।

अध्यक्ष एके मित्तल: लोकेशन नहीं पता इसका मतलब तुम्हारा पोर्टल काम नहीं कर रहा। क्लोक रूम इंचार्ज की ओर मुखातिब होकर क्या नाम है तुम्हारा? कितना समय हो गया तुम्हें यहां काम करते?

क्लोक रूम इंचार्ज: सर, एनडी मिश्रा। सर, एक महीना हो गया।

अध्यक्ष एके मित्तल: इससे साफ जाहिर होता है कि तुम्हें काम नहीं आता। सुधार कर लो।

इसके बाद कड़ी फटकार लगाते हुए रेलवे अध्यक्ष आगे निकल जाते हैं। उसी दौरान उनकी नजर प्लेटफॉर्म नं। एक पर लगे आरक्षण चार्ट पर पड़ी।

अध्यक्ष एके मित्तल: ये क्या है?

डीसीएम: सर रिजर्वेशन चार्ट लगाया हुआ है।

अध्यक्ष एके मित्तल: आप इसको पढ़ पा रहे हैं।

डीसीएम: सर ऐसा ही प्रिंट निकला है

अध्यक्ष एके मित्तल: मैं तो नहीं पढ़ पा रहा है, आप पढ़कर बताओ।

डीसीएम: सर (इतना कहकर शान्त हो जाते हैं)।

अध्यक्ष एके मित्तल: जब आप नहीं पढ़ पा रहें हैं, तो पैसेंजर्स कैसे देख पाएंगें। इसमें सुधार कीजिए।

अध्यक्ष एके मित्तल: ऊपर बने रिटायरिंग रूम का निरीक्षण करते समय आरपीएफ के सीसीटीवी रूम को देखा, तो कैमरों का रेजॉल्यूशन खराब मिला।

अध्यक्ष एके मित्तल: इसकी पिक्चर क्वालिटी तो खराब है।

चीफ कमांडेट: सर ये अभी हो गया है।

अध्यक्ष एके मित्तल: आप कैसे फोकस करोगे?

कंट्रोल रूम इंचार्ज: सर, हम जूम कर फोकस करते हैं।

अध्यक्ष एके मित्तल: अभी तक कितने मामले पकड़े हैं। इसको सुनकर चीफ कमांडेट शान्त हो जाते हैं।

उसी दौरान इंस्पेक्टर आरपीएफ आगरा कैंट आनन्द कुमार जवाब देते हैं, सर चेन स्नेचिंग का मामला पकड़ा था।

नौ जून से नहीं दौड़ेगी गतिमान एक्सपे्रस

नौ जून से गतिमान एक्सप्रेस नहीं दौड़ेगी, ये कहना है रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल का। शनिवार को आगरा आए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए कहा कि अभी कुछ तकनीकी खामियों के चलते अभी सेफ्टी कमिश्नर से सर्टिफिकेट प्राप्त नहीें हो सका है। इसके चलते आगरा-दिल्ली के बीच गतिमान एक्सप्रेस का संचालन नहीं हो पाएगा।

'सफाई, सुरक्षा हमारी प्राथमिकता'

हमारा उद्देश्य है कि सफर करने वाला यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य पर पहुंच जाए। इस समय हम तीन बातों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसमें सफाई, सुरक्षा और ट्रेनों की समयबद्धता शनिवार को आगरा दौरे पर आए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ये जानकारी दी।

व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने की आवश्यकता

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि मैंने आगरा कैंट स्टेशन का निरीक्षण किया है। मैं व्यवस्थाओं से पूर्ण रूप से संतुष्ट नहीं हूं। अभी इसमें और सुधार की जरूरत है। सफाई व्यवस्था जनरली ठीक है, लेकिन सुधार की गुजाइंश है।

और क्या बोले चेयरमैन

-आगरा मंडल में ट्रेनों की समयबद्धता 80 फीसदी है, 20 प्रतिशत की जो कमी है उसको दूर किया जाएगा।

-निरीक्षण के दौरान जो खामियां मिलीं है उनमें जल्द सुधार किया जाएगा।

-मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड कॉरीडोर की फिजिबिलटी रिपोर्ट जून-जुलाई तक मिल जाएगी। इसके बाद आगे का काम शुरू किया जाएगा।

-एक जून से हमने टिकट सर्वर की कैपेसिटी बढ़ा दी है। इससे तत्काल टिकटिंग का लोड कम हो जाएगा।

-पैसेंजर्स की संख्या बढ़ने पर हम कुछ क्लोन ट्रेन्स भी चलाएंगे।

-आगरा-बटेश्वर लाइन पर पहले गुड्स ट्रेन चलाई जाएंगी। इसके बाद सीआरएस की अनुमति मिलने पर पैंसेजर ट्रेन चलाई जाएगी।

-पहले मौजूदा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाएगा। इसके बाद ही प्रीमियम ट्रेनों में एटीएम पर विचार किया जाएगा।

-इस बैटरी चलित गाड़ी का मोबाइल नम्बर प्रोवाइड किया जाएगा। ये फ्री ऑफ कॉस्ट होगा। कोई भी पैंसेजर इसका लाभ उठा सकेगा।

किया उद्घाटन

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने गोल्फकार्ट नुमा बैटरी चलित गाड़ी का उद्घाटन किया। आपको बता दें कि इससे बुजुर्ग एवं विकलांग पैसेंजर्स को मदद मिल सकेगी। इसके मोबाइल नम्बर को प्रचारित किया जाएगा। इससे प्रत्येक पैसेंजर इसका लाभ उठा सकें।