45 साल के लिए रेलवे देश के 23 स्टेशनों को लीज पर देगा

02 स्टेशन (इलाहाबाद-कानपुर) योजना में किए गए शामिल

30 जून को होगा फैसला, कौन होगा किस स्टेशन का मालिक

150 करोड़ से शुरू होगी इलाहाबाद की बोली

200 करोड़ से शुरू होगी कानपुर की बोली

<ब्भ् साल के लिए रेलवे देश के ख्फ् स्टेशनों को लीज पर देगा

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क्भ्0 करोड़ से शुरू होगी इलाहाबाद की बोली

ख्00 करोड़ से शुरू होगी कानपुर की बोली

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: रेलवे का फंडा क्लीयर है। वह स्पेश उपलब्ध कराएगा। फेसेलिटीज डेवलप करने की जिम्मेदारी बोली लगाने वाले की होगी। मकसद है देश के 23 स्टेशनो पर इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की फेसेलिटीज उपलब्ध कराना। ट्रेन का वेट करने में पैसेंजर का टाइम वेस्ट न हो। वेटिंग टाइम उन्हें फ्रेशनेस दे। टूरिज्म परपज से आने वाले पैसेंजर्स के लिए स्टे अरेंजमेंट प्राब्लम न हो। रेलवे इन स्टेशनों की हेरीटेज बिल्डिंग के साथ छेड़छाड़ की परमिशन नहीं देगा। बोली लगाने के लिए रेलवे की साइट को ओपन कर दिया गया है।

150 करोड़ से शुरू होगी बोली

एनसीआर के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल ने शनिवार की मार्निग ट्वीट करके इसके जानकारी दी। उनके मुताबिक रेलवे की पॉयलट पोजेक्ट लिस्ट में यूपी के कुल दो शहर हैं। दोनों एनसीआर के हैं। एक एनसीआर मुख्यालय इलाहाबाद और दूसरा कानपुर है। इलाहाबाद के लिए शुरुआती बोली का रेट 150 करोड़ रुपए फिक्स किया गया है जबकि कानपुर के लिए बोली 200 करोड़ से शुरू होगी। बोली लगाने के लिए रेलवे की साइट 28 जून तक खुली रहेगी। 30 जून को रेलवे हाइएस्ट बोली के आधार पर तय कर देगा कि ठेका किसे दिया जाएगा। ठेके की समयावधि 45 साल होगी।

<रेलवे का फंडा क्लीयर है। वह स्पेश उपलब्ध कराएगा। फेसेलिटीज डेवलप करने की जिम्मेदारी बोली लगाने वाले की होगी। मकसद है देश के ख्फ् स्टेशनो पर इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की फेसेलिटीज उपलब्ध कराना। ट्रेन का वेट करने में पैसेंजर का टाइम वेस्ट न हो। वेटिंग टाइम उन्हें फ्रेशनेस दे। टूरिज्म परपज से आने वाले पैसेंजर्स के लिए स्टे अरेंजमेंट प्राब्लम न हो। रेलवे इन स्टेशनों की हेरीटेज बिल्डिंग के साथ छेड़छाड़ की परमिशन नहीं देगा। बोली लगाने के लिए रेलवे की साइट को ओपन कर दिया गया है।

क्भ्0 करोड़ से शुरू होगी बोली

एनसीआर के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल ने शनिवार की मार्निग ट्वीट करके इसके जानकारी दी। उनके मुताबिक रेलवे की पॉयलट पोजेक्ट लिस्ट में यूपी के कुल दो शहर हैं। दोनों एनसीआर के हैं। एक एनसीआर मुख्यालय इलाहाबाद और दूसरा कानपुर है। इलाहाबाद के लिए शुरुआती बोली का रेट क्भ्0 करोड़ रुपए फिक्स किया गया है जबकि कानपुर के लिए बोली ख्00 करोड़ से शुरू होगी। बोली लगाने के लिए रेलवे की साइट ख्8 जून तक खुली रहेगी। फ्0 जून को रेलवे हाइएस्ट बोली के आधार पर तय कर देगा कि ठेका किसे दिया जाएगा। ठेके की समयावधि ब्भ् साल होगी।

Internation level facility

Internation level facility

श्री बंसल बताते हैं कि इंडियन रेलवे ने जंक्शन के बाहरी एरिया को विकसित करने के साथ ही उसका उसका बेहतरीन युटिलाइजेशन सुनिश्चित करने के लिए पीपीपी मोड पर वर्क कराने का फैसला लिया है। इसके जरिए वह पैसेंजर्स को इंटरनेशनल लेवल की फेसिलिटी उपलब्ध कराने की कोशिश है। जंक्शन की हेरीटेज बिल्डिंग के साथ छेड़छाड़ करने के अलावा नीलामी लगाने वाले को रेलवे की जमीन पर मॉल, शॉपिंग काम्प्लेक्स, फन जोन डेवलप करने का अधिकार होगा। कोशिश है कि पैसेंजर्स का हर मिनट युटिलाइज हो और वह ट्रेन के इंतजार में बोर फील न करे।

दरबान की सलामी, सोफे शानदार

पीपीपी मोड पर स्टेशन को कुछ इस तरह डेवलप किया जाएगा कि स्टेशन एरिया में इंट्री करते ही दरबान आपको सलाम करते हुए वेलकम करेगा। ट्रेन यदि किसी कारण से तीन से चार घंटे लेट हुई तो आपको बोरियत नहीं होगी। आप शॉपिग माल में घूम सकेंगे। मल्टीप्लेक्स में धमाकेदार मूवी देख सकेंगे। कुशनदार लग्जरियस सोफे पर बैठ कर आराम भी कर सकेंगे।

सिर्फ ये करेगा रेलवे

ट्रेनो का परिचालन

टिकटों की बिक्री

ट्रेनो में सुरक्षा

पार्सल की बुकिंग व डिलीवरी

ये करेगी कंपनी

स्टेशन का मेंटीनेंस

स्टेशन पर पब्लिक फैसिलिटी

खाली स्पेश का युटिलाइजेशन

हेरीटेज बिल्डिंग से कोई छेड़छाड़ नहीं

स्टेशनों के लुक में कोई चेंज नहीं

आमदनी को लेकर माथापच्ची जारी

रेलवे स्टेशनों को डेवलप करने के लिए प्राइवेट कंपनियों से प्रपोजल तो मांगा गया है, लेकिन अभी तक आमदनी में बंटवारे का फार्मूला क्लीयर नहीं हो सका है। इस पर बात चल रही है। रेलवे इनकम में फिफ्टी की बात कर रहा है। वहीं कंपनियों की ओर से 70-फ्0 प्रतिशत हिस्सेदारी की बात कही जा रही है।

प्रोजेक्ट में शामिल स्टेशन

बेंगलुरु कैंट

यशवंतपुर

चेन्नई सेंट्रल

रांची

उदयपुर सिटी

इंदौर

विशाखापत्तनम

हावड़ा

कामाख्या

फरीदाबाद

जम्मूतवी

सिकंदराबाद

विजयवाड़ा

भुवनेश्वर

कानपुर सेंट्रल

इलाहाबाद जंक्शन

जयपुर स्टेशन

ये सुविधाएं डेवलप करनी होंगी

फाइव स्टार होटल

शापिंग माल

मल्टी प्लेक्स

प्लेटफार्म पर फूड स्टॉल

रिटायरिंग रूम

फ्रेश एरिया

प्ले एरिया

महत्वपूर्ण स्टेशनों को डेवलप करने के लिए रेल मंत्रालय स्टेशनों की नीलामी नहीं कर रहा, बल्कि लीज पर प्राइवेट कंपनियों को देने जा रहा है। मकसद स्टेशनो पर इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसके लिए कंपनियों को स्पेस दिया जाएगा। पीपीपी मोड पर वर्क होगा।

-गौरव कृष्ण बंसल,

सीपीआरओ, एनसीआर