हुआ था झगड़ा

गुद्दड़बाग थाना प्रेमनगर निवासी दिनेश चंद्र सक्सेना पूर्वोत्तर रेलवे में हेल्पर हैं। वाइफ चित्रा के मुताबिक, वेडनसडे रात को उनके पति ने शराब पी। इसके बाद दोनों में किसी मामले को लेकर कहासुनी हो गई। दिनेश ने नाराज होकर पूरे घर की बत्ती जला दी, वहीं चित्रा सोने चली गईं। चित्रा का कहना है कि देर रात करीब तीन बजे जब वह घर की लाइट बंद करने उठी, तो दिनेश बिस्तर पर खून से लथपथ पड़े थे। दिनेश के शरीर पर घाव और हाथ में चाकू था। उन्होंने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामले को दर्ज करके बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

भाई बता रहा कुछ और

दिनेश के दो भाई और हैं। रमेश और सुरेश। सभी अलग-अलग रहते हैं। रमेश ने बताया कि लगभग चार साल पहले भी चित्रा और दिनेश के बीच काफी बहस हो गई थी। मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया था। फिर दिनेश अपना पैतृक मकान छोड़कर परिवार सहित रेलवे कॉलोनी में रहने लगे। वहां भी चित्रा खूब झगड़ा करती थी। इसलिए दिनेश को कॉलोनी का मकान छोड़कर किराए के मकान में रहना पड़ा।

घर ढूंढते-ढूंढते पहुंचे

रमेश ने बताया कि चित्रा ने अपने बच्चे की कसम दिनेश को खिलाई थी कि वह भाइयों से कोई संबंध न रखे। उन्हें भाई की मौत की सूचना भतीजे से मिली। वह तो मकान ढूंढते-ढूंढते दिनेश के घर पहुंचे। रमेश के अनुसार दिनेश की बॉडी पर पांच गहरे निशान और हाथ में चाकू था। कोई भी शख्स एक के बाद एक इतने गहरे वार चाकू से कैसे कर सकता है। जबकि चाकू सब्जी काटने वाला हो और उसकी केवल नोक पर खून का निशान लगा हो। रमेश ने दिनेश की किसी से रंजिश की बात से भी इनकार किया। पुलिस ने बॉडी को सील करके पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है