पर सेकंड 20 पैसा

इंक्वायरी नंबर डायल करने के बाद पैसेंजर को करीब 20 पैसे का झटका एक सेकंड में लगता है। जो पहले कॉल रेट कम होने की वजह से कम था। लेकिन, बढ़े कॉल रेट ने खर्चीले क्र'139क्र' नंबर को और भी ज्यादा खर्चीला कर दिया है।

नहीं है टोल-फ्री

इंडियन रेलवे ने ट्रेन इंक्वायरी को लेकर पैसेंजर के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। इस नंबर को शुरुआती दौर में टोल फ्री करने की बात कही गई। लेकिन, ऐसा हो नहीं सका। अब यह नंबर पैसेंजर के सिर का दर्द बन गया है। डायल करते ही हेल्प लाइन नंबर हेल्प करते हुए पर सेकंड पैसेंजर की जेब ढीली करता है। यही नहीं, जेब ढीली करने के बाद भी यह नंबर आपको पूरी जानकारी नहीं देता।

ऑप्शन पर ऑप्शन

ट्रेन की जानकारी करने पर पैसेंजर को इंक्वायरी नंबर पर ऑप्शन के चक्रव्यूह से दो चार होना पड़ता है। एक के बाद एक पेंच इंक्वायरी को लेकर सामने आते हैं। जिसे सॉल्व करते-करते पैसेंजर का वक्त 15 मिनट से ऊपर खप जाता है। इतना ही नहीं, होनी वाली लंबी बातचीत में कइयों के मोबाइल बैलेंस खाली हो जाते है लेकिन, उन्हें प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होती।

एक, दो, तीन और चार

पैसेंजर को इंक्वायरी नंबर पर अपना मोबाइल बैलेंस कई स्टेप में खर्च होता है। पहले पैसेंजर से लैग्वेज सिलेक्ट करने के लिए बोला जाता है। जो प्रेस वन हिंदी, प्रेस टू इंग्लिश एंड प्रेस थ्री पंजाबी। वहीं, पीएनआर, ट्रेन के आगमन, सीट कंफर्मेशन, कैस कार्ड द्वारा टिकट बुकिंग फिर किराए संबंधी। इस पूरी वाइस में आपकी प्रॉब्लम जस की तस रहती।

रेलवे इंक्वायरी नंबर टोल फ्री होना चाहिए। बैलेंस नहीं होने की सूरत में नंबर का रोल खत्म हो जाता है।

पीके अग्रवाल

- ट्रेन की जानकारी करने के लिए मोबाइल में कम से कम 20 रुपये का बैलेंस होना चाहिए। क्योंकि, इसमें 12 सेकंड का दो रुपये उड़ जाता है।

इमरान खान

इसे रेलवे बोर्ड द्वारा किया गया है। इस संबंध में कोई कंप्लेन नहीं है।

भूपिंदर ढिल्लन, पीआरओ

आगरा डिवीजन, कैंट