-एसटीएफ ने रेलवे का आंसर की बांटने वाले गैंग को पकड़ा

-दस-दस हजार रुपए में आरआरसी का पेपर करते थे सेल

-चार लड़के पकड़े गए, मास्टर माइंड की तलाश

ALLAHABAD: रेलवे भर्ती सेल (आरआरसी) का पेपर आउट हो गया है। सिर्फ दस हजार रुपए एडवांस दो और सॉल्व पेपर ले जाओ। ऐसा मौका फिर कभी नहीं मिलेगा। सर्फ दस हजार और बाकी एग्जाम क्वालिफाई होने के बाद देना है। रेलवे भर्ती बोर्ड का पेपर आउट कराकर उसकी आंसर की सेल करने वाले गैंग को एसटीएफ ने संडे को पकड़ा। चार लड़के पकड़े गए हैं अब पुलिस इस गैंग के मास्टर माइंड को तलाश में जुटी है।

लखनऊ से लगी थी टीम

लखनऊ एसटीएफ को सूचना मिली थी कि प्रदेश में कुछ ऐसे गैंग काम कर रहे हैं जो आरआरसी के एग्जाम में धांधली करते हैं। पेपर आउट करके उसे सेल करते हैं। सॉल्व कराकर उसे बेचते हैं। इसी क्रम में लखनऊ एसटीएफ बदमाशों की तलाश में जुटी थी। संडे को कुछ बदमाशों का लोकेशन इलाहाबाद में मिला। एसटीएफ की यूनिट ने यहां पर डेरा डाला। सिविल लाइंस एरिया से उन्होंने सर्विलांस की मदद से चार ऐसे लड़कों को पकड़ा जो रेलवे का पेपर आउट कराने के बाद उसका आंसर की बेच रहे थे।

इलाहाबाद और प्रतापगढ़ के आरोपी

एसटीएफ की मानें तो पकड़े गए आरोपियों में प्रतापगढ़ का अविनाश पाण्डेय व प्रमोद पटेल और इलाहाबाद मेजा का इमरान व खीरी का बालेश्वर कुमार शामिल हैं। उनके पास से पुलिस को 7 मोबाइल, क्ख् सिम कार्ड और 7 लड़कों का एडमिट कार्ड भी बरामद किया है। इलाहाबाद एसटीएफ यूनिट के इंस्पेक्टर नवेन्दु कुमार ने बताया कि पकड़े गए लड़कों के पास मिले आंसर की कि जांच की जा रही है कि मामला क्या है। उन्होंने सही में रेलवे भर्ती सेल से पेपर आउट करा लिए थे या खुद ही पेपर का आंसर की बना कर उसे सेल करने में जुटे थे।

सिविल लाइंस में दर्ज हुआ रिपेार्ट

इस मामले में मैनपुरी के रहने वाले दीपक कुमार ने सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कराया है। दीपक ने पुलिस को बताया कि इन लड़कों ने उसके भाई संजय से क्0 हजार रुपए आंसर की के लिए मांगे थे। उसने डेढ़ हजार रुपए दिए थे, जिसके बाद बदमाशों ने उसका मोबाइल और एडमिट कार्ड छीन लिया। दीपक ने पुलिस से शिकायत की जिसके आधार पर सिविल लाइंस पुलिस ने एसटीएफ की मदद से चारों बदमाशों को अरेस्ट कर लिया। सिविल लाइंस पुलिस के सब इंस्पेक्टर बीआर बिंद ने बताया कि आरोपियों से उनके बारे में पूछताछ की जा रही है।

कैसे करते थे काम

पुलिस की मानें तो रेलवे एग्जाम शुरू होने के पहले ही ये गैंग एक्टिव हो जाता था। ज्यादातर लड़के शनिवार की रात में बाहर से आ जाते थे। जंक्शन पर रात बिताते थे। वहीं पर प्रमोद और अविनाश लड़कों से डील करते थे। उन्हें बताते थे कि उन्होंने आसानी से रेलवे का पेपर आउट करा दिया है। कुछ रुपए में ही आंसर की मिल जाएगी। इस तरह से कैंडिडेट सर्च करके वे इमरान व बालेश्वर के पास लाते थे। जिस लड़के से जितना रुपए मिल जाए, डील कर लेते थे।

फैक्ट फाइल

-एसटीएफ ने चार लड़कों को रेलवे एग्जाम रैकेट में पकड़ा

-रेलवे का आंसर की क्0 हजार रुपए में करते थे सेल

-दो लड़के इलाहाबाद और दो लड़के प्रतापगढ़ के रहने वाले

-जंक्शन पर बाहर से आने वाले लड़कों को बनाते थे अपना कस्टमर

-गैंग का मास्टर माइंड लखनऊ का रहने वाला, सर्च जारी