पैसे लेने में कोई छूट नहीं, लेकिन नहीं मिल पा रही हैं पूरी सुविधाएं
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ALLAHABAD: भारतीय रेलवे देश के लाखों पैसेंजर्स की सेवा में लगा हुआ है, लेकिन ये सेवा नि:शुल्क नहीं है। रेलवे पैसेंजर को स्लीपर या एसी कोच में सफर कराता है तो उसके बदले में निर्धारित फेयर विद जीएसटी वसूलता है। इसलिए पैसेंजर्स को यात्रा के लिए निर्धारित सुविधाएं और बेहतर सेवा मुहैया कराना रेलवे की जिम्मेदारी है। यदि सुविधाओं और सेवा में कमी रह जाती है तो ये रेलवे का फ्रॉड है। सफर के दौरान कभी एसी फेल, कभी पंखा बंद तो कभी बेहतर सफाई न होने की समस्या से परेशान पैसेंजर्स का यही कहना है।

एसी खराब तो वापस लें किराया
रेलवे ने पैसेंजर्स के लिए कई नियम बना रखे हैं। लेकिन अधिकतर को इसकी जानकारी नहीं है। ट्रेन में एसी फेल होता है तो पैसेंजर एसी का किराया वापस ले सकता है। पहले केवल पीआरएस काउंटर से यह सुविधा थी, अब आनलाइन टिकट बनवाने वाले पैसेंजर भी पैसा वापस ले सकते हैं। रेलवे स्लीपर और एसी के किराए का अंतर रिफंड करती है। सुविधा का लाभ लेने के लिए पैसेंजर को कोच कंडक्टर से एसी खराब होने का सर्टिफिकेट ईएफटी (एक्सेस फेयर टिकट) लेना होता है।

क्या है रिफंड लेने की प्रक्रिया

- एसी खराब होने पर पहले काउंटर टिकट पर ही रिफंड का नियम था, करीब दो साल से ई-टिकट पर भी यह सुविधा उपलब्ध है।

- किराए का रिफंड कोच कंडक्टर के सर्टिफिकेट पर निर्भर है।

- एसी खराब होने पर यात्री को सफर के दौरान ही सर्टिफिकेट की डिमांड करनी होगी।

- कोच कंडक्टर ट्रेन में चल रहे कोच अटेंडेंट से रिपोर्ट लेकर सर्टिफिकेट जारी करेगा।

- सर्टिफिकेट के आधार पर किराया वापस किया जाएगा।

- यात्रा खत्म होने के 20 घंटे में क्लेम करना आवश्यक है।

- सुविधा का लाभ पाने के लिए ई-टिकट पर ऑनलाइन टीडीआर ही मान्य है।

- टीडीआर के आधार पर आईआरसीटीसी रेलवे के दावा अनुभाग से रिपोर्ट मांगेगी।

- रिपोर्ट के आधार पर क्लेम जिस बैंक खाते से टिकट बना है उसमें रेलवे भेज देगी।

- सफर के दौरान ट्रेन में एसी जितनी दूरी तक खराब होगी, उतनी दूरी तक स्लीपर और एसी के किराए का अंतर वापस होगा। यात्री कोच कंडक्टर से सर्टिफिकेट लेकर आरक्षण केंद्र से किराया वापस ले सकते हैं।

आए दिन फेल हो रहे एसी

30 मई

इलाहाबाद-बांद्रा स्पेशल एक्सप्रेस के ए-1 कोच का एसी हो गया था फेल। दूसरा कोच लगाने पर रवाना हुई थी ट्रेन।

29 मई

हावड़ा से गांधीधाम जाने वाली गरबा एक्सप्रेस के सभी सात कोच के एसी फेल होने पर हंगामा। एसी चार्ज कर ट्रेन की गई थी रवाना।

25 मई

आनंद विहार-हटिया एक्सप्रेस के बी-3 कोच का एसी हो गया था फेल।

21 मई

रक्सौल से लोकमान्य टर्मिनल जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस हंडिया स्टेशन पहुंचने पर ट्रेन में जगह न मिलने पर रिफंड को लेकर पैसेंजर ने किया था हंगामा।

18 मई

जोगबनी से आनंद विहार जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस के बी-3 कोच का एसी हुआ फेल तो चेनपुलिंग कर रोकी गई ट्रेन।

16 मई

गोरखपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनल जाने वाली काशी एक्सप्रेस का एसी हुआ फेल, जिसको लेकर पैसेंजर ने किया था हंगामा।

13 मई

जम्मूतवी से टाटानगर जाने वाली मूरी एक्सप्रेस के बी-1 और बी-2 कोच का एसी फेल हो गया था। इसको लेकर पैसेंजर ने किया था हंगामा।

क्या कहते हैं पैसेंजर्स

आनंद विहार से रवाना होने के थोड़ी देर बाद ही 12506 नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के बी-4 कोच का एसी फेल हो गया। भीषण गर्मी में पैसेंजर परेशान हो उठे। अन्य कोच में जाकर किसी तरह बैठ कर सफर किया। रेल मंत्री व अन्य अधिकारियों को ट्वीट कर जानकारी दी गई। ट्रेन कानपुर पहुंची तब कहीं जाकर बी-4 कोच का एसी ठीक किया गया।

वीना पाणी पांडेय

पैसेंजर नॉर्थ ईस्ट

रेलवे की स्थिति बहुत ही खराब है। पैसेंजर्स से पैसा तो पूरा लिया जा रहा है, लेकिन सुविधाएं कुछ नहीं दी जा रही हैं। आनंद विहार से रवाना हुई नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के सभी एसी कोच में सवार पैसेंजर को बेडरोल नहीं दिया गया। शिकायत पर कहा गया कि ट्रेन लेट पहुंची थी, इसलिए साफ बेडरोल नहीं रखे जा सके। कोच अटेंडेंट भी गायब था।

पूर्णेदू प्रकाश पांडेय

नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस

रेलवे अपने वादे और दावे पर खरा नहीं उतर रहा है। वह पैसेंजर्स से पैसा तो पूरा ले रहा है, लेकिन सुविधाएं नहीं दे पा रहा है। भीषण गर्मी में ट्रेन 10 से 12 घंटे लेट चल रही है। 12401 इस्लामपुर से नई दिल्ली मगध एक्सप्रेस मंगलवार को 12 घंटे देरी से इलाहाबाद जंक्शन पहुंची है। रेलवे अधिकारी बताएं, इसके लिए दोषी कौन है।

राहुल सिंह

पैसेंजर- मगध एक्सप्रेस

छपरा से दुर्ग जाने वाली 15159 सारनाथ एक्सप्रेस के बी-1 कोच का एसी सारनाथ से ट्रेन रवाना होने के बाद फेल हो गया। इसकी जानकारी इलाहाबाद मंडल के अधिकारियों को दे दी गई है। समस्या को ट्वीट किया गया है। अब इलाहाबाद में समस्या दूर होती है या नहीं। ये देखना है।

संदीप बलफोरे

पैसेंजर- सारनाथ एक्सप्रेस