-कैंट स्टेशन के सेकेंड एंट्री की ओर से धड़ल्ले से डिस्ट्रिब्यूट हो रहा वाराणसी-बरकाकाना का टिकट

-पिछले एक हफ्ते से कैंसिल है ट्रेन, टिकट वापस करने पर कट रहा है पैसा

VARANASI:

रेलवे के कर्मचारी गाहे-बगाहे डिपार्टमेंट की फजीहत कराने से नहीं चूकते हैं। कैंट स्टेशन पर एक ऐसा ही उदाहरण पब्लिक के लिए चिंतनीय विषय बन गया है। दरअसल, कैंट स्टेशन के सेकेंड एंट्री गेट की ओर से एक ऐसी ट्रेन के टिकट्स डिस्ट्रिब्यूट किये जा रहें हैं जो कि पहले ही कैंसिल हो चुकी है। अब इसे लापरवाही कहें या फिर कुछ और लेकिन हकीकत यही है। रेलवे कर्मचारी वाराणसी से बरकाकाना तक संचालित होने वाली कैंसिल हो चुकी इस पैसेंजर ट्रेन के टिकट धड़ल्ले से बांट रहे हैं। इस हकीकत को जानने के पर अपने टिकट को कैंसिल कराने के आने वाले पैसेंजर्स को टिकट के पूरे पैसे नहीं वापस किये जा रहे हैं। रेलवे के इस कारनामे के चलते रिजर्वेशन सेंटर में डेली किचकिच हो रही है।

कैंसिल होना कर रहा परेशान

कैंट स्टेशन से सुबह सात बजे बरकाकाना के लिए पैसेंजर ट्रेन संचालित होती है। यह ट्रेन यहां से ठसाठस रवाना होती है। कमोबेश यही स्थिति वापसी में भी रहती है। इसके बावजूद इसको पिछले एक हफ्ते से कैंसिल कर दिया गया है। इसके आगे भी कुछ दिनों तक कैंसिल रहने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन खास बात यह है कि कैंसिल होने के बावजूद इस ट्रेन का टिकट डेली बांटे जा रहे हैं। इसके अलावा ट्रेन के कैंसिल होने से भी पैसेंजर्स काफी निराश हैं।

कैंसिलेशन करा रहा किचकिच

टिकट खरीदने के बाद हकीकत जानने पर कई पैसेंजर्स काउंटर पर वापस पहुंच रहे हैं। इस वजह से यहां रेलवे कर्मचारियों के बीच तू-तू मैं-मैं भी हो रही है। ट्रेन कैंसिल होने के बाद भी टिकट दे देने और कैंसिलेशन पर पैसा काट लेने की तकरार आम बात हो गई है। लेकिन रेलवे की इस करतूत की जांज के लिए जिम्मेदार अब तक आगे नहीं आये हैं। लापरवाही की भेंट चढ़ीं भोजूबीर की रीना गुप्ता ने तो मौके पर मौजूद ऑफिसर्स से भी इसकी कम्प्लेन की, लेकिन इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।

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ट्रेन के कैंसिलेशन की जानकारी बुकिंग सेंटर में तैनात सभी कर्मचारियों को है। यदि किसी ने इसका पालन नहीं किया है तो जांच होगी।

पीएन पांडेय, सीबीएस, कैंट स्टेशन