-फर्जीवाड़े की जानकारी होने के बावजूद भी पुलिस नहीं ले रही एक्शन

-फर्जीवाड़ा का स्वत: संज्ञान लेने की बजाय पुलिस को शिकायत का इंतजार

BAREILLY:

रेलवे में नौकरी दिलाने का ठेका ले रहा दलाल सोनू अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। बेखौफ होकर शिकार को अपने चंगुल में फंसा रहा है। उसने कई लड़कों से 10-10 हजार रुपए भी वसूल लिये हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में 'डेढ़ लाख रुपए में दलाल बेच रहा रेलवे में नौकरी' न्यूज पब्लिश होने के बाद उन कैंडिडेट्स और उनके परिवार के लोग सकते में आ गए, जो इस दलाल के छलावे में आकर टोकन मनी 10 हजार रुपए दे चुके हैं। वह इस कश्मकश में खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं कि विरोध किया, तो उनका रुपया डूब जाएगा। कुछ इस आस में अभी भी हैं शायद नौकरी मिल जाए।

पुलिस को शिकायत का इंतजार

सरकारी नौकरी की चाह में भटक रहे युवाओं को दलाल अपने चंगुल में फंसा रहा है। महज डेढ़ लाख रुपए में नौकरी की गारंटी पाकर तमाम कैंडिडेट उसे रुपए भी दे चुके हैं। पर अफसोस दलाल को पकड़ने के लिए पुलिस को लिखित शिकायत का इंतजार है। जबकि, पुलिस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर एक्शन ले सकती है। किसी भी अधिकारी के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है।

दलाल के और भी हैं साथी

नौकरी बेचने के धंधे में सिर्फ दलाल सोनू ही नहीं लगा है। बल्कि, उसके कई साथी भी हैं, जो मुर्गा फांसने में उसकी मदद कर रहे हैं। यह लोग साइबर कैफे के आसपास भी सक्रिय हैं, जहां कैंडिडेट्स ऑनलाइन फॉर्म फिलअप करने पहुंच रहे हैं। वहीं, दलाल और उनके साथ शिकार को चंगुल में फांसने का काम कर रहे हैं।

रिपोर्टर- सोनू भाई बोल रहे हैं।

दलाल- हां, आप कौन

रिपोर्टर मैं अनुपम बोल रहा हूं।

दलाल- मैं तो आपको नहीं जानता।

रिपोर्टर- नंबर आपके परिचित से मिला है। रेलवे में नौकरी के लिए बात करनी थी।

दलाल- किसको करनी है नौकरी।

रिपोर्टर- छोटा भाई है।

दलाल- आप कल नरियावल में 11 बजे तक आ जाइए।

रिपोर्टर। मुझे कहां मिलना होगा।

दलाल-नरियावल पहुंचने पर बता दूंगा। इस संबंध में फोन पर बात करना ज्यादा ठीक नहीं है।

रिपोर्टर- मुझे क्या करना होगा।

दलाल- फॉर्म ऑनलाइन भरना होगा। डिवीजन के लिए पहले गोरखपुर, इलाहाबाद और चंडीगढ़ ऑप्शन में डालिएगा। बाकी मिलने पर बताऊंगा।