-कैंट स्टेशन कैंपस में ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट लगाने का काम अधर में

-बजट सैंक्शन पर जमीन न मिल पाने से प्लांट के तय मियाद में पूरा होने पर संशय

VARANASI

रेलवे ने कैंट स्टेशन कैंपस, ट्रेन्स समेत कॉलोनियों से निकलने वाले कचरे का प्रबंधन खुद करने का प्लान बनाया है। इसके लिए कैंपस में ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट लगाने की तैयारी भी कर ली गई है। रेलवे की ओर से इसके लिए सवा करोड़ रुपये का फंड भी सैंक्शन कर दिया गया है। टेंडर के माध्यम से एजेंसी का चयन भी कर लिया गया। पर अफसोस कि समय से कार्य ही स्टार्ट नहीं हो पाया है। इसके चलते इसके तय मियाद में पूरा होने पर संशय है।

जमीन मिले तो बने प्लांट

दो महीना पहले लहरतारा स्थित मिनरल साइडिंग व वाशिंग लाइन के समीप इस प्लांट को लगाने के लिए जमीन देखा गया था। मिनरल साइडिंग की जमीन को फाइनल भी कर लिया गया था। पर यार्ड रिमॉडलिंग ने इस काम में अड़ंगा लगा दिया। कारण कि इस जमीन से ही नया ट्रैक होकर गुजरेगा। ऐसे में यहां नये निर्माण पर रोक लगा दी गई। अब जब तक ट्रैक की लाइन बिछा नहीं दी जाएगी तब तक यहां प्लांट बन पाना संभव नहीं है। बता दें कि इस प्लांट से कचरे का प्रसंस्करण कर खाद बनाई जाएगी। इसके अलावा फ्यूल ऑयल भी तैयार किया जाएगा जो सीमेंट कंपनियों के लिए ऊर्जा के एक अवयव के रूप में उपयोगी होगा। प्रस्तावित प्लांट से रेल प्रशासन बिजली भी बनाएगा जिसका उपयोग वह कैंपस को रोशन करने में करेगा।

सीवर व पानी भी होगा साफ

स्वच्छ भारत मिशन के तहत नॉर्दन रेलवे की अन्य योजनाएं भी हैं। इनमें कैंट स्टेशन कैंपस में एसटीपी यानी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट व डब्ल्यूटीपी यानी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की भी योजना है। दूसरी ओर स्टेशन कैंपस से निकलने वाले ठोस कचरा प्रबंधन के लिए प्लांट दिसंबर 2018 में बनकर तैयार हो जाना है। लेकिन जमीन न मिलने से इस कार्य का पूरा हो पानी फिलहाल मुश्किल ही लग रही है।

हेडक्वार्टर की ओर से कैंट स्टेशन पर ठोस कचरा प्रबंधन के लिए प्लांट लगाने को प्लान बनाया है। पर जहां प्लांट के लिए जमीन तय हुआ वहां रेल ट्रैक गुजरना है, इससे वर्क स्टार्ट होने में लेट हो रहा है।

आनंद मोहन, स्टेशन डायरेक्टर

कैंट स्टेशन