- कोठी नं। 2 में धंसने लगी थी मिट्टी, टला हादसा

- सेतु निगम के इंजीनियरों की उड़ी रही नींद

- 6 घंटे तक बंद रही क्षेत्र की विद्युत सप्लाई

UNNAO:

कचहरी रेलवे क्रा¨सग के पास बन रहे आरओबी की कोठी नंबर दो के निर्माण के दौरान खतरा बने दोनों ट्रांसफार्मरों को बिजली विभाग ने आखिरकार शनिवार को मय खंभों के हटवा दिया। जबकि राज्य सेतु निगम के एई और जेई बीते तीन दिनों से लगातार विद्युत विभाग से इन दोनों ट्रांसफार्मरों को तुरंत हटवाने के प्रयास कर रहे थे। उनका कहना था कि कोठी की खुदाई किए जाने से जिन पोलों पर यह ट्रांसफार्मर रखे हुए थे, उनकी पकड़ ढीली हो चुकी है। यह किसी भी समय गहरे गड्ढे में गिर कर किसी हादसे का सबब बन सकते हैं, लेकिन विद्युत विभाग चेत नहीं रहा था।

किसी हादसे का इंतजार कर रहे थे!

शनिवार को सुबह लगभग 9 बजे जैसे ही इन ट्रांसफार्मरों के भार से कोठी नंबर दो के गड्ढे में अचानक मिट्टी धंसने लगी तो क्षेत्र के लोगों ने इसकी सूचना राज्य सेतु निगम के एई और जेई को दी। उन लोगों ने तुरंत विद्युत विभाग के अधिकारियों को इस खतरे की जानकारी दी। जिस पर विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर दोनों पोल के साथ दोनों ट्रांसफार्मरों को हटवा दिया। लोगों का कहना है कि यदि जरा भी देर हो जाती तो दोनों पोल और ट्रांसफार्मर गिरकर किसी हादसे का कारण बन जाते।

कम्पलेन करने के बाद भी नहीं चेता बिजली विभाग

आरओबी का निर्माण कार्य करा रहे राज्य सेतु निगम के एई आफताब रसूल व जेई वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि कोठी नंबर दो के निर्माण कार्य में वहां पर लगे ट्रांसफार्मर बड़ा खतरा बने हुए थे। कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को इन्हें हटवाने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि जब खतरा सिर पर मंडराने लगा और आरओबी के गड्ढे में मिट्टी धंसने लगी। इसके बाद बिजली विभाग जागा और उसने बिजली की सप्लाई बंद कराकर दोनों ट्रांसफार्मरों को हटवा कर दूसरे स्थान पर रखवा दिया। इसके बाद बिजली आपूर्ति सुचारु कराई गई। इस दौरान लगभग म् घंटे तक लोगों को बिना बिजली के रहने के लिए मजबूर होना पड़ा।