- कोहरे के चलते सुरक्षा के उपायों में जुटा रेलवे

-कर्मचारियों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण

HARIDWAR: सर्दियों में पड़ने वाले कोहरे को देखते हुए रेलवे प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। कोहरा सिग्नल पोस्ट पर तैनात किए जाने वाले कर्मियों के लिए प्रशिक्षण से लेकर डेटोनेटर (पटाखे) की व्यवस्था की गई है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य कोहरे में ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकना है।

एक दर्जन कर्मचारी किए तैनात

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से फ्9 पेयर ट्रेन चलती हैं। सर्दियों ने दस्तक दे दी है, मध्य रात्रि कोहरा भी होने लगा है, जिसके लिए रेल प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी हैं। सर्दियों में कोहरे के चलते जहां ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है वहीं रेल दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रहती है। कुछ साल पूर्व रुड़की-सहारनपुर रेल खंड पर कोहरे के चलते उज्जैनी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची थी, लिहाजा रेलवे कोहरा पड़ने से पहले अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त करता है। इस साल भी रेलवे ने फ‌र्स्ट स्टॉप सिग्नल (आउटर) पर बनाये जाने वाले कोहरा सिग्नल पोस्ट के लिए दर्जन भर कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित कर दी है। बाकायदा इन्हें पटरी पर डेटोनेटर (पटाखे) बांधने का समुचित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। मंडल कार्यालय से पर्याप्त मात्रा में डेटोनेटर भी मंगाये जा रहे हैं। हादसे को रोकने के लिए लोको पायलट को भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके तहत उन्हें गाड़ी की गति नियंत्रण में रखने के साथ सिग्नल पोस्ट को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है।

सिग्नल से ख्70 मीटर पहले बनता है पोस्ट

कोहरा सिग्नल पोस्ट फ‌र्स्ट स्टॉप सिग्नल से ख्70 मीटर पहले बनाया जाता है, जहां ट्रैक पर डेटोनेटर बांधे जाते हैं। कोहरा सिग्नल से ट्रेन के गुजरते ही पटाखे फूटते हैं, जिससे लोको पायलट को फ‌र्स्ट स्टॉप सिग्नल का पता चल जाता है और सिग्नल के अनुरूप वह ट्रेनों को आगे ले जाता है। कोहरा सिग्नल पोस्ट पर दो-दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। प्रत्येक कर्मी की चार-चार घंटे की ड्यूटी लगाई जाती है, दिनभर में कुल क्ख् कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है।

'कोहरा सिग्नल पोस्ट के लिए कर्मियों को चरणबद्ध प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरांत कार्यप्रणाली समझने संबंधी प्रशिक्षण भी लिया जा रहा है। मंडल कार्यालय से पर्याप्त मात्रा में डेटोनेटर भी मंगाए गए हैं.'

--- एमके सिंह, स्टेशन अधीक्षक, हरिद्वार