-बहेड़ी से किछा के बीच खेतों की आग ट्रैक तक पहुंची

BAREILLY: लालकुआं से बरेली आ रही लालकुआं-बरेली पैसेंजर ट्रेन के यात्रियों की जान उस वक्त खतरे में पड़ गई, जब ट्रेन आग की चपेट में आने से बची। आग ट्रेन में नहीं लगी थी बल्कि खेतों में लगाई गई आग झाडि़यों के जरिए रेलवे ट्रैक तक पहुंच गई थी। जैसे ही ट्रेन के ड्राइवर ने किच्छा-बहेड़ी के बीच में टै्रक पर आग को देखा तो तुरंत ट्रेन को रोक दिया और अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और फायर ब्रिगेड की मदद से आग को बुझाया गया। करीब आधा घंटा बाद ट्रेन को रवाना किया जा सका। इस दौरान यात्रियों को काफी प्रॉब्लम हुई, क्योंकि आग का धुआं ट्रेन के अंदर तक पहुंच गया था। यदि ड्राइवर सूझबूझ न दिखाता तो हजारों यात्रियों की जान खतरे में पड़ जाती।

सीएफओ को नहीं थी जानकारी

रेलवे ट्रैक के किनारे आग की सूचना इंजीनियर ने फायर डिपार्टमेंट को देने की कोशिश की लेकिन फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों का फोन ही नहीं उठा। जिसके बाद इंजीनियर ने एसएसपी को फोन किया। एसएसपी ने तुरंत सीएफओ को फोन लगाकर पूछा तो उन्हें आग लगने की जानकारी तक नहीं थी। यही नहीं इसी दौरान बहेड़ी मे दो बच्चों के नदी में डूबने का रेस्क्यू भी चल रहा था लेकिन यहां भी फायर ब्रिगेड की टीम नहीं पहुंची थी। एसएसपी ने सीएफओ को सख्त निर्देश दिए हैं कि चाहें आग लगे या फिर अन्य कोई रेस्क्यू हो। बड़े मामले में वह स्वंय जाएंगे। उन्होंने फायर डिपार्टमेंट के पास मौजूद सभी संसाधनों का रिकॉर्ड भी तलब किया है।