वेंस्डे मॉर्निंग हुई घटना

गोरखपुर से सिकंदराबाद जाने वाली 12589 राप्तीसागर एक्सप्रेस के ए-1 कोच में बर्थ नंबर 13, 14 और 15 पर साउथ सेंट्रल रेलवे के कंट्रोलर ऑफ स्टोर महेश चंद्रा अपनी वाइफ के साथ सफर कर रहे थे। वेंस्डे मॉर्निंग करीब 10 बजे ट्रेन खलीलाबाद क्रॉस की थी, तभी पेंट्री कार की जांच करने ट्रेन पर चढ़े एनईआर गोरखपुर के चीफ कॉमर्शियल मैनेजर (एफएम) अमृतांशु भी अपने स्टाफ के साथ उनके कोच में आ पहुंचे। महेश चंद्रा ने बताया कि अमृतांशुु और उनके स्टाफ के लोग सामने की खाली पड़ी बर्थ नंबर 9,10,11 पर बैठ गये। तभी अमृतांशु ने तेज आवाज में भोजपुरी गाना गाना शुरू कर दिया।

शुरू हो गया विवाद

महेश चंद्रा ने बताया कि जब उनकी वाइफ ने अमृतांशुु से धीमी आवाज में गाना गाने की रिक्वेस्ट की तो वह उनसे भिड़ गये और उनसे बदसुलूकी करने लगे। जब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई तो अमृतांशुु ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने महेश चंद्रा के मुंह पर जोरदार मुक्का जड़ दिया जिससे उनकी नाक से खून बहने लगा। तब तक टे्रन गोंडा जंक्शन पहुंच चुकी थी, जहां अमृतांशुुु स्टाफ के साथ उन्हें धमकाते हुए उतर गये।

 

बादशाहनगर स्टेशन पर लिये गये बयान

उनके ट्रेन से उतर जाने पर महेश चंद्रा ने सिकंदराबाद हेडक्वार्टर पर घटना की इन्फॉर्मेशन दी। जहां से जीएम एनईआर केके अटल को इस बारे में बताया गया। जीएम अटल ने डीआरएम लखनऊ को बयान लेने के लिये निर्देश दिया। जिसके बाद डीसीएम नीतू बादशाहनगर स्टेशन पहुंची और महेश और उनकी वाइफ के बयान दर्ज किये। उनके साथ गये डॉक्टर्स ने घायल महेश का प्राथमिक इलाज किया, जिसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया।

पब्लिक के सामने वेंडर्स को किया जलील

प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो, सीसीएम (एफएम) ने न सिर्फ एजीएम व उनकी फैमिली के साथ बदसलूकी की। बल्कि टीटीई के साथ भी मिस विहैव किया। इस मिस विहैव से रेलवे डिपार्टमेंट में तैनात कर्मचारियों के बीच काफी रोष है। वहीं जंक्शन पर तैनात अथराइज्ड वेंडर्स की मानें तो सीसीएम (एफएम) ने वेंस्डे मार्निंग वेंडर्स से लाइसेंस चेकअप के नाम पर अभद्र भाषा का यूज किया। उन्हें पब्लिक के सामने कान पकड़कर उठाया बैठाया। वेंडर्स को जमकर जलील किया। इससे भी जी नहीं भरा तो लाइसेंस कैंसिल करने की धमकी दी। इस घटना से क्षुब्ध स्टेशन पर तैनात सभी वेंडर्स ने संयुक्त रूप से इसकी शिकायत रेलवे के आला अधिकारियों से की है। वहीं जीआरपी थाने में सीसीएम (एफएम) के खिलाफ मारपीट की तहरीर दी है।

इससे पहले भी कर चुका है मारपीट

एनई रेलवे सीसीएम (एफएम) अमृतांशु ने इस घटना से पहले 8 जुलाई को वैशाली एक्सप्रेस के पेंट्रीकार मैनेजर से भी मारपीट की थी। मारपीट की मेन वजह यह थी कि साहब को टाइम पर चाय नहीं मिली थी। इससे पहले अमृतांशु ने जून माह में गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चढ़ रहे एक यात्री के साथ बदसलूकी की। बताया जा रहा है सुर्खियों में छाए रहने के लिए वह आए दिन कुछ न कुछ नया ड्रामा करते रहते हैं।

मामला संज्ञान में आया है जो बेहद गंभीर है। इसकी इंक्वायरी कराई जाएगी। इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ एनई रेलवे

सीसीएम एफएम द्वारा वेंडरों के साथ मारपीट की लिखित शिकायत जीआरपी थाने को मिली है। तहरीर के आधार पर मामले की जांच करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

हेमंत कुमार त्यागी, जीआरपी इंस्पेक्टर गोरखपुर

साउथ सेंट्रल रेलवे के एजीएम और उनकी फैमिली जीआरपी थाने आई थी। लेकिन उन्होंने एफआईआर लॉज नहीं कराई। उन्होंने विभागीय कार्रवाई के लिए रिटेन कंप्लेंट एसीएम को किया है।

गिरजा त्रिपाठी, जीआरपी इंस्पेक्टर, चारबाग स्टेशन