-पटना में वेस्टर्न डिस्टर्बेस के असर से हुई बारिश

PATNA: पटना में भले ही सामान्य बारिश हुई हो लेकिन बीते 10 वर्षो का यदि रिकॉर्ड देखें तो पता चलता है कि इस दौरान आठ फरवरी को पटना में कभी बारिश नहीं हुई। पटना में बीते 24 घंटों में 10.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड किया गया। वर्ष 2017, 2009 और 2015 में फरवरी महीने में कोई बारिश नहीं हुई। जबकि 2016 में नौ फरवरी, 16 फरवरी और 17 फरवरी को मामूली बारिश हुई थी। 2013 में 16 फरवरी को 19.1 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया। यह बीते दस साल में सर्वाधिक है। जबकि दूसरा सबसे अधिक बारिश का वर्ष 2014 का रहा, जिसमें 17.9 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया था।

पटना में सर्वाधिक बारिश

पटना में शुक्रवार सुबह साढे़ आठ बजे तक 3.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड किया गया। जबकि इसके बाद शाम पांच बजे तक सात मिलीमीटर बारिश हुई। वेस्टर्न डिस्टर्बेस का असर फिलहाल सक्रिय है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार को भी बारिश होगी। नौ फरवरी के बाद मौसम साफ रहने की उम्मीद है। शुक्रवार को पटना में सुबह आठ बजे से शाम साढे पांच बजे तक सात मिलीमीटर बारिश हुई। जबकि गया में 1.0 , भागलपुर में 1.1 और पूर्णिया में 2.8 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया।

घटा तापमान, बढ़ी नमी

बारिश होने के बाद पटना के अधिकतम और न्यूनतम पारा में कमी दर्ज की गई। अधिकतम पारा 20.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 4 डिग्री कम है। जबकि न्यूनतम पारा 16.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को पटना का अधिकतम पारा 13 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम पारा 9 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।

अब वेस्टर्न डिस्टर्बेस का असर यहां कमजोर होता नजर आ रहा है। शनिवार के बाद राजधानी और उसके आसपास मौसम साफ हो जाएगा। हालांकि रविवार से फिर वेस्टर्न डिस्टर्बेस का असर दिख सकता है।

-डॉ प्रधान पार्थ सारथी, सेक्रेटरी इंडिया मेट्रोलॉजिकल सोसाइटी