पंडालों में पानी, हुई कलश की पूजा

नवरात्र के पहले दिन सिटी और आसपास के एरिया में शक्ति की अराधना का सिलसिला शुरू हो गया। कुसम्ही जंगल स्थित बुढिय़ा माई मंदिर, तरकुलहा देवी मंदिर, फरेंदा के आद्रवन स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ लेहड़ा देवी मंदिर, बांसस्थान मंदिर सहित कई प्रमुख जगहों पर श्रद्धालुओं ने मां की पूजा, अर्चना कर नवरात्र की शुरूआत की। मौसम खुशगवार होने से श्रद्धालुओं को व्रत रखने में सहूलियत रही। लोगों ने कलश की स्थापना करके पूजा शुरू की। देर रात सिटी में होने वाली रामलीला के मंचन पर असर पड़ा। फील्ड में पानी होने आडियंस को बैठने में दिक्कत पेश आई।

टाइम से नहीं हो सकेगी प्रतिमाओं की डिलीवरी

नवरात्र शुरू होते ही पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं की स्थापना शुरू हो जाती है। आर्डर पर बनाई गई मूर्तियों की डिलीवरी शुरू हो जाती है। षष्टमी के बाद ज्यादातर मूर्तियां पंडाल तक पहुंचा दी जाती हैं। ऐसे में सिटी में मूर्ति बनाने वाले कलाकार प्रतिमाओं को लास्ट टच देने में लगे हैं। सैटर्डे को हुई बारिश से मूर्तिकारों को प्रॉब्लम झेलनी पड़ी। नमी से रंग सूखने में समय लग रहा है। पेटिंग में प्रॅाब्लम खड़ी हो गई है। रेलवे स्टेशन, सूबा बाजार, गोरखनाथ इत्यादि जगहों पर प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं। रेलवे स्टेशन पर मूर्ति बनाने वाले कलाकार प्रीतम विश्वास ने बताया कि बारिश का असर पड़ा है, लेकिन मां पर भरोसा है कि उनके आशीर्वाद से टाइम पर डिलीवरी हो सकेगी।

दो दिनों तक ऐसे ही रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार दो दिनों तक ऐसी ही बारिश के अनुमान लगाए जा रहे हैं। फ्राइडे इवनिंग से लेकर सैंटर्डे शाम पांच बजे तक 24 घंटे के भीतर 81.7 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। पिछले सालों की अपेक्षा यह बारिश कहीं ज्यादा बताई जा रही है। दिन का अधिकतम तापमान 25.1 दर्ज किया गया तो न्यूनतम पारा 22.6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। मैक्सिमम ह्यूमिडिटी 90 परसेंट और मिनिमम ह्यूमिडिटी 83 परसेंट ह्यूमिडिटी दर्ज की गई।

दो दिनों तक बारिश होने के अनुमान है। हालांकि संडे को मौसम खुशगवार रहने की उम्मीद है।

पीके पांडेय, मौसम वैज्ञानिक