- साफ-सफाई और दूषित खाने पीने की चीजों को यूज करने से बचे

-हॉस्पिटल में डायरिया, बुखार और फूडपाइजनिंग के मरीजों की संख्या में हुआ इजाफा

BAREILLY:

भीषण गर्मी के बाद हुई झमाझम बारिश से लोगों को राहत तो मिली है। लेकिन पानी के साथ के साथ बीमारियां भी बरस रही हैं। डॉक्टरों का मानना है कि इस मौसम में बाहर का चटपटा खाना जितना अच्छा लगता है वह उतना ही नुकसानदेह भी होता है। बारिश के मौसम में दूषित पानी तथा खाद्य पदाथरें को यूज करने से हैजा जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं।

बीमारियों के मुख्य कारण

बारिश के मौसम में वातावरण में नमी बढ़ जाने से कालरा, टाइफाइड, और फूडपाइजनिंग आदि रोगों के कीटाणु बढ़ जाते हैं। दूषित पानी पीने तथा खाना खाने से यह बीमारियां फैलती हैं। बाहर के खुले हुए खाद्य पदाथरें, बाजार की कटी हुई सब्जियों और फलों में इनके जीवाणु अधिक पाए जाते हैं। इसके साथ ही साफ सफाई न बरतने के कारण भी लोग इन रोगों की चपेट में आ जाते हैं।

कालरा, टाइफाइड और फूडपाइजनिंग के लक्षण

-सिरदर्द व बदन दर्द

-भूख में कमी या भूख न लगना

-सुस्ती, कमजोरी और थकान महसूस होना

-दस्त होना

-पेट में ऐंठन महसूस होना

-उल्टी होना

-तेज बुखार

-मूत्र का रंग पीला होना

-धमनी और हृदय गति का बढ़ जाना

-हड्डियों के जोड़ों में दर्द

-संक्रमित होने पर जांच है जरूरी

जान लेवा साबित हो सकती है बीमारी

यदि आपको सिरदर्द व बदन दर्द के साथ उल्टी, दस्त और बुखार है तो हो सकता है कि आप हैजा, टाइफाइड या फूडपाइजनिंग से ग्रस्त हैं। इस स्थिति में रोग का पता लगाने के लिए बहुत जरूरी है कि आप जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह ले। इसके साथ अपने खून और मल की जांच करावाएं। कभी-कभी नजरअंदाज करने पर यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। इनसे बचने के लिए जरूरी है कि संक्रमण से सावधानी बरतें और कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत जांच एवं इलाज करवाया जाए।

कैसे बचें संक्रमित बीमारियों से

कालरा, टाइफाइड, और फूडपाइजनिंग जैसी गंभीर बीमारियों के बाद इलाज करवाने से बेहतर है कि हम खुद को इनसे दूर रखें। ये बीमारियां बरसात में अधिक होती है इसलिए बरसात का मौसम शुरू होते ही अपना नियमित हैल्थ चैकअप करवाएं। इसके अलावा हम कुछ सावधानियां बरतकर भी इन रोगों से दूर रह सकते हैं जो निम्नलिखित हैं।

-खाने की वस्तुओं जैसे फल, सब्जी आदि को अच्छी तरह से धोकर पकाना और खाना चाहिए।

-बाजार से कटी हुई सब्जियों और फलों को नहीं खरीदना चाहिए।

-पानी को संभव हो तो फिल्टर करके या उबालकर पीना चाहिए।

-पीने के पानी और खाने के सामान को साफ सुथरे बर्तनों में ढक कर रखे।

-कुछ भी खाने पीने से पहले आपने हाथों को जरूर धोएं।

-खुले में ठेले आदि पर बिकने वाले चीजों को खाने से परहेज करे।

-डेली स्नान करना चाहिए तथा साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए

-घर और अपनी सफाई के साथ-साथ आसपास की जगहों को भी साफ रखे।

-बारिश के मौसम में मांसाहारी भोजन खाने से बचें।

-पानी टैंक में क्लोरिन की गोली समय समय पर डालते रहे।

-रखा हुआ कोई भी भोज्य पदार्थ न खाएं।

----------------

बारिश के मौसम में डायरिया, बुखार और फूडपाइजनिंग के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। लोगों को चाहिए कि वह सावधानी और सफाई से रहें। कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

डॉक्टर अजय मोहन अग्रवाल, फिजिशियन, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल