- साउथ चाइना में क्रिएट मियो बाओ फ्रंट इफेक्ट के चलते हो रही है हल्की बारिश

- झमाझम बरसात के लिए अब भी है बंगाल की खाड़ी से मॉनसूनी माहौल क्रिएट होने का इंतजार

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भले ही दो दिनों से बदले मौसम ने लोगों का गर्मी और उमस से राहत दी हो लेकिन ये राहत बहुत ज्यादा वक्त के लिए नहीं है। क्योंकि यह मॉनसूनी बारिश नहीं बल्कि साउथ चाइना में क्रिएट हुआ एक इफेक्ट है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया अब भी नहीं बन पा रहा है। जिसके कारण मॉनसून बंगाल की खाड़ी में ही मंडरा रहा है। लेकिन इसको संभालने का काम चाइना में क्रिएट हुए एक इफेक्ट ने किया है। जिससे मौसम बदला है।

फिर बदलेगा मौसम

खुशगवार हुए मौसम को देखते हुए भले ही लोग मॉनसून के आने का अंदाजा लगा रहे हो लेकिन ये मानसूनी बारिश कम और चाइना का इफेक्ट है। मौसम विज्ञानी प्रो एसएन पाण्डेय का कहना है कि बारिश को जो कुछ नमी मिल रही है वो असर मियो बाओ फ्रंट की है। यह सिस्टम साउथ चाइना में बनता है। जिसके डेवलप होने पर मॉनसून इफेक्ट करता है। प्रो पाण्डेय के मुताबिक पूर्वाचल में भी पांच छह दिन लगातार बारिश होगी और सात जुलाई तक हैवी रेन फॉल का अंदाजा है। हालांकि अभी बंगाल की खाड़ी से वो मानसून क्रिएट नहीं हुआ है जो होना चाहिए। जिसके कारण सात जुलाई के बाद मौसम के फिर से उमस और गर्मी वाले बनने के चांस हैं।

छिटपुट बरसात से बढ़ी मुसीबत

सोमवार की सुबह और फिर दोपहर बाद हल्की बूंदाबादी ने भले ही लोगों को धूप और गर्मी से राहत दी हो लेकिन ये बारिश आफत बन गई। क्योंकि कई इलाकों जैसे कैंट, मंडुआडीह और लहरतारा में खोदाई के कारण फिसलन और कीचड़ से लोग परेशान हो गए। आईपीडीएस के लिए खोदकर छोड़ी गई गलियां स्लीपरी हो गई और लोग गिरते पड़ते रहे।