- झमाझम बारिश के बाद जलभराव, जाम और हादसों से परेशान कानपुराइट्स बादलों को कोसते दिखे, - जबकि कानपुराइट्स की परेशानियों का असली गुनहगार तो नगर निगम और जलकल विभाग है

KANPUR:

मानसून अपने अंदाज में कानपुर पर मेहरबान हुआ तो पूरे कानपुर में 'हाहाकार' मच गया। पिछले 28 घंटे में करीब 116.4 मिमी। बारिश हुई। बारिश होने पर उमस भरी गर्मी से छुटकारा मिला और मौसम सुहाना होने के साथ-साथ किसान भी मुस्कुराने लगे, क्योंकि झमाझम बारिश से खेत लहलहा उठे। लेकिन फिर भी सिर्फ एक दिन की झमाझम बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया। रोड तालाब बन गई। शहर की ज्यादातर नालियां और नाले पूरे उफान पर दिखे। हर तरफ पानी ही पानी नजर आया तो लोग परेशान हो गए। लेकिन ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर इसमें बादलों का क्या दोष? अगर बादल नहीं बरसेंगे तब उनका 'दोष' कह सकते हैं, लेकिन जब वो अपना काम अच्छे तरीके से कर रहे हैं तो फिर कौन है कानपुराइट्स का गुनहगार?

नगर निगम, जलकल हैं दोषी

सच ये है कि दोष बादलों का नहीं बल्कि नगर निगम और जलकल का है। अगर मानसून से पहले अच्छी तरह से नालों और नालियों की सफाई करके पानी निकासी की उचित व्यवस्था की गई होती तो स्थिति ऐसी न होती। नगर आयुक्त संतोष कुमार दावा कर रहे हैं कि 80 प्रतिशत नालों की सफाई हो चुकी है, लेकिन साहब? शहर की हालत देखने के बाद तो ऐसा नहीं लग रहा। शहर में मचे हाहाकार में दोष जलकल का भी बराबर है। नालों की सफाई 'हवा' में करवाई और बता रहे हैं कि स्पेशल टीमें लगातार लोगों की समस्याओं का निराकरण कर रही हैं। साहब, अगर आपकी टीमें लगी होती तो कानपुर की सड़कें तालाब न बनतीं और फिर लोग बादलों को दोष नहीं देते।

कितने नाले और सफाई में कितना खर्च?

-168 बड़े नाले हैं कानपुर के विभिन्न एरियॉज में

-765 छोटे नाले भी हैं शहर की रोड-गलियों में

-6 जोन में शहर को नगर निगम ने बांटा है

-50 लाख रुपए का बजट हर जोन को मिला

-3 करोड़ रुपए कुल सभी 6 जोन में हुए खर्च

-80 परसेंट नाले मानसून आने तक साफ होने का दावा

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नाला भरने और जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए टीमें कार्य कर रही हैं। जोनों के सभी जेई, एई और एक्सईएन अपने-अपने जोन में निरीक्षण कर जायजा ले रहे हैं।

-संजय कुमार सिन्हा, जीएम, जलकल।

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जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए सभी जोनों में स्पेशल टीमें लगाई गई हैं। नाला सफाई का 80 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा कर लिया गया है।

संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त, नगर निगम