24 घंटे में तीन मीटर से अधिक बढ़ा यमुना का जलस्तर, गंगा भी उफान पर

सामान समेटने लगे कछारी इलाकों के निवासी, एमपी में बारिश पड़ी भारी

ALLAHABAD: पानी अभी खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा है लेकिन जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, उससे 2013 की बाढ़ की यादें ताजा हो उठी हैं। यमुना के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने से शनिवार को कछारी इलाकों में रहने वालों की सासें टंग गई हैं। 24 घंटे में तीन मीटर से अधिक जलस्तर बढ़ने से नदी का पानी खेती वाले एरिया में प्रवेश करने लगा है। सिचाई विभाग ने तटवर्ती इलाकों का दौरा कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। गंगा में भी पानी के बढ़ने का क्रम लगातारी जारी है।

इलाहाबाद को डरा रहा एमपी का पानी

मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से वहां की केन, बेतवा समेत दूसरी नदियों में जबरदस्त उफान आया है। जिसका पानी यमुना के जरिए इलाहाबाद में तेजी से पहुंच रहा है। शनिवार को यमुना में 3.44 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। सिचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी जलस्तर बढ़ते रहने की संभावना है। बता दें कि एमपी में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में जोरदार बारिश की संभावना व्यक्त की है, जिसके चलते यमुना में उफान अभी बना रह सकता है।

डूब गई फसलें, गांव के नजदीक पानी

यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने से कछारी इलाकों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। खासतौर से बसवार, महेवा, मोहद्दीनपुर, मोहब्बतगंज, मड़ौका, अरैल, बीकर, पालपुर आदि कछारी गांवों के पानी काफी नजदीक पहुंच चुका है। इन इलाकों का सिचाई विभाग की टीम ने शनिवार को दौरा कर लोगों को होशियार रहने को कहा है। अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है।

सताने लगा 2013 जैसी स्थिति का डर

शनिवार को गंगा के जलस्तर में भी 44 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। हरिद्वार, कानपुर और नरौरा से छोड़े गए हजारों क्यूसेक पानी का असर दिखने लगा है। भविष्य में गंगा के पानी में उफान बने रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है। हालांकि, सबसे ज्यादा परेशानी दारागंज इलाके में तेजी से हो रही कटान को लेकर हो रही है। अगर पानी ऐसे ही बढ़ता रहा तो दारागंज के कई मोहल्ले जलमग्न हो सकते हैं। इसके अलावा सलोरी, दारागंज, चांदपुर, बघाड़ा, छोटा बघाड़ा, ढरहरिया, राजापुर तथा बेली जैसे तटवर्ती इलाकों के लोगों को वर्ष 2013 की बाढ़ की यादें अभी भी ताजा हैं। जिसको लेकर उनकी दिलों की धड़कनें बढ़ गई हैं। लोगों ने अभी से वैकल्पिक ठिकाने तलाशने शुरू कर दिए हैं।

यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी रह सकती है। गंगा में भी पानी का बढ़ना लगातारी जारी है। तटीय इलाकों के लोगों को दौरा कर सतर्क किया जा रहा है।

मनोज सिंह,

अधिशासी अभियंता, सिचाई विभाग बाढ़ प्रखंड

24 घंटे में बढ़ा पानी

यमुना 3.44 मीटर

गंगा 44 सेमीं

जलस्तर

फाफामऊ 77.67 मीटर

छतनाग 77.29 मीटर

नैनी 77.89 मीटर

खतरा बिंदु 84.07 मीटर