जर्मनी के बाद संगीत यात्रा की शुरुआत बनारस से, 18 को पहला प्रोग्राम अस्सी घाट पर

-पूरे देश में 11 फरवरी तक होंगे संगीत के विविध कार्यक्रम

VARANASI

जर्मनी के बाद 'भैरव से भैरवी तक' संगीत यात्रा की शुरुआत बनारस से होगी। क्8 नवंबर से यह कोशिश पूरे देश में क्क् फरवरी ख्0क्8 तक जारी रहेगी, बाद में कई और स्थानों पर संगीत कार्यक्रम होने हैं, हालांकि उसकी डेट अभी तय नहीं हो पाई है। यह बातें पद्मभूषण पं। राजन मिश्र व पद्मभूषण पं। साजन मिश्र ने कहीं। गुरुवार को कबीरचौरा स्थित अपने आवास पर मीडिया को पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी तक यह सुरीली कोशिश विदेशों में चल रही थी, लेकिन अब देश में भी संगीत की अत्यंत आवश्यकता है। क्8 को इस संगीत यात्रा का श्रीगणेश अस्सी घाट पर शाम छह बजे से होगा। बताया कि संगीत यात्रा की परिकल्पना और उसे मूर्त रूप देने में सलोनी गांधी की अग्रणी भूमिका है। इसका प्रमुख उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत के माध्यम से विश्व में शांति और सौहार्द का संदेश देना है। साथ में यह भी कहा कि पिपलानी कटरा में हृदय योजना के तहत कराया गया काम बहुत घटिया रहा। बताया कि गली में बिछाया गया चौका बैठ चुका है।

किस दिन कहां पर कार्यक्रम

क्8 नवंबर : अस्सी घाट बनारस

क्7 दिसंबर : अहमदाबाद

7 जनवरी : कोलकाता

ब् फरवरी : दिल्ली

क्क् फरवरी : बंगलुरु

सुरक्षा मिले तो जम्मू में भी प्रोग्राम

पं। राजन-साजन ने कहा कि अगर सुरक्षा की गारंटी जम्मू व कश्मीर की सरकार ले तो वहां भी हम संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत कर सकते हैं। वहां पर आतंकवाद के माहौल को खत्म करने के लिए ऐसे कार्यक्रम होने बहुत जरूरी हैं।