- नेवादा बस्ती के दर्जनों बीमार होकर पहुंचे हॉस्पिटल, चारों ओर फैली है गंदगी

- पार्षद की लापरवाही पर भड़के स्थानीय निवासी

ALLAHABAD:राजापुर की नेवादा बस्ती में बुखार के कहर से दर्जनों पीडि़त होकर हॉस्पिटल पहुंच चुके हैं। चारों ओर जलभराव और गंदगी फैली होने से स्थानीय निवासियों में आक्रोश व्याप्त है। इससे बेखबर स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारी चैन की नींद सो रहे हैं। डॉक्टरों की मानें तो बीमारी के लक्षण डेंगू की ओर इशारा कर रहे हैं लेकिन मरीजों की ब्लड जांच के बाद ही इसकी पुष्टि की जा सकेगी।

हर घर में हैं बुखार के मरीज

नेवादा बस्ती के हालात बेहद नाजुक हो चले हैं। बारिश से हुए जलभराव और कूड़े के ढेर से चारों ओर बदबू फैली हुई है। मच्छरों ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। जिसके चलते बस्ती में बुखार ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। प्रत्येक घर में चार से पांच लोग इससे पीडि़त हैं। कुछ की हालत गंभीर होने पर उन्हें अशोक नगर के तेलियानी हॉस्पिटल और कचहरी के नजदीक आनंद हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले कई दिनों बीमारी फैली हुई है। बावजूद इसके नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है।

इनका चल रहा इलाज

बुखार के चलते बस्ती के एक दर्जन से अधिक लोगों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। जिनमें आफरीन (16म्), कैफ (क्8), प्रिया मिश्रा (क्8), वंदना (क्फ्), गुंजा (ख्ब्), नीतू (ख्म्), सूफिया (क्8), साबिर अली (फ्भ्), शशिकांत (ब्0), सतीश, जोया (क्0), अर्जुन राणा (म्भ्) आशा राणा (भ्म्) आदि शामिल हैं। लंबे समय से तेज बुखार होने पर इनको इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि बीमारी के लक्षण डेंगू से मिल रहे हैं। मरीजों के ब्लड सैंपल की जांच की जा रही है, रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट कहा जा सकेगा।

पार्षद नहीं लेते खैर-खबर

स्थानीय निवासियों ने बातचीत के दौरान वार्ड पार्षद पर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायत करने के बावजूद उन्होंने साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया। कूड़ा नहीं उठने जगह-जगह ढेर लगा हुआ है। बारिश होने के बाद जलभराव ने स्थिति और ज्यादा बदतर कर दी है। पानी की सप्लाई भी दूषित है। यही कारण है कि घरों में बीमारों की संख्या बढ़ती जा रही है।

आखिर कब होगी फॉगिंग

मलेरिया और डेंगू का मौसम शुरू हो जाने के बावजूद अभी तक शहर में फॉगिंग की शुरुआत नहीं हुई है। नगर निगम के पास चार मशीनें होने के बावजूद अगस्त का शेड्यूल तैयार नहंी कराया गया। जुलाई में मलेरिया के चार सौ और अगस्त में सात सौ से अधिक मरीज सामने आए। फिर भी स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की नींद नहीं खुली। नेवादा बस्ती के लोगों ने जिला प्रशासन से तत्काल राहत कार्य शुरू किए जाने की मांग की है।