- डेंगू फैलने के बाद भी पटरी पर नहीं लौटी राजापुर की सफाई व्यवस्था

ALLAHABAD: एक के बाद एक डेंगू के तीन मरीज मिलने के बाद भी राजापुर वार्ड की सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। इससे स्थानीय नागरिक परेशान हैं। लोगों का कहना है हालात पटरी पर नहीं आए तो बीमारी विकराल रूप ले सकती है। गंदगी और कूड़े की भरमार के चलते लोगों का वार्ड की गलियों से गुजरना दूभर होता जा रहा है।

हर घर में हैं बीमार

वार्ड में गंदगी का यह आलम है कि अब तक दो दर्जन से अधिक लोग बुखार का शिकार हो चुके हैं और तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। सबसे ज्यादा खराब हाल मऊसरइया, साहिल कालोनी, नेवादा, अशोक नगर की है। यहां की गलियों में दुर्गध के चलते लोगों का आना जाना दूभर होता जा रहा है। कूड़ा भी कई-कई दिनों तक नहीं उठता है। जिसके चलते मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। वार्ड पार्षद अहमद अली समेत निवासी एलपी गौतम, शैलेंद्र प्रताप, अजीत सिंह, सीताराम, मो। नसीम, हमीदउल्लाह, गणेश सोनकर ने नगर आयुक्त से वार्ड की सफाई व्यवस्था बेहतर करने की मांग की है। पार्षद का कहना है कि नगर निगम की लापरवाही के चलते वार्ड से गुजरना मुश्किल होता जा रहा है। स्थानीय निवासी साफ-सफाई की बिगड़ी व्यवस्था को लेकर आक्रोशित होते जा रहे हैं।

ब्0 सफाई कर्मियों की है जरूरत

वर्तमान में राजापुर वार्ड में कुल ख्8 सफाई कर्मियों की तैनाती है। जनसंख्या और क्षेत्रफल में बड़े वार्ड में इतने कर्मी नाकाफी हैं। इनमें से कई प्रोन्नत होकर हवलदार बन चुके हैं। ऐसे में पूरे वार्ड में कूड़ा उठाना मुश्किल होता जा रहा है। लोगों का कहना है कि वार्ड के हिसाब से यहां कम से कम ब्0 सफाई कर्मियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। साथ ही फागिंग और दवा का छिड़काव भी नियमित होना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो भविष्य में डेंगू और मलेरिया के कई मरीज सामने आ सकते हैं।