- 15 दिनों से प्राइवेट वार्ड में था एडमिट

- राजेश का हुआ था पेट का ऑपरेशन

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड में उपचार करा रहे सजायाफ्ता कैदियों पर लगाम कसता जा रहा है। पिछले 15 दिनों से प्राइवेट वार्ड में उपचार करा रहे महराजगंज के राजेश दुबे को सोमवार सुबह डिस्चार्ज कर दिया गया। गौरतलब है कि हाई कोर्ट की सख्ती पर हाल ही में सजायाफ्ता राम मिलन यादव, रामवृक्ष, रामायण यादव और गोपाल यादव को जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। बताते चलें कि महाराजगंज जेल में बंद राजेश दुबे के पेट में दिक्कत थी। उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था, जहां उपचार चल रहा था। हालत सुधरने के बाद डॉक्टर्स ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया।

अभी तीन का चल रहा उपचार

पिछले हफ्ते सजायाफ्ता रामबृक्ष के मामले में जांच करने के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ मेडिकल एजुकेशन और एडीजी जेल मेडिकल कॉलेज पहुंचे। हत्या में आजीवन कारावास काट रहे कैदियों के मामले में प्रिंसिपल ऑफिस में उनकी रिपोर्ट की जानकारी ली थी। इसके बाद गोपाल यादव को जेल भेज दिया गया। अभी तक पांच कैदियों को जेल में शिफ्ट कराया जा चुका है। प्राइवेट वार्ड में अभी मधुमिता हत्या कांड के आजीवन कारावास काट रहे अमर मणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी का उपचार किया जा रहा है। साथ ही मारकंडेय शाही भी इलाज करा रहे हैं।

बढ़ गई मुश्किलें

मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड में मौज काट रहे कैदियों का जेल में शिफ्ट होने का सिलसिला जारी है। सोमवार को जैसे ही राजेश दुबे को डिस्चार्ज किया गया। वैसे ही उपचार करा रहे अन्य तीन कैदियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब उन्हें इस बात की चिंता सताने लगी है कि अगला नंबर किसका है।

एक कैदी को डिस्चार्ज किया गया है। अन्य के बारे में जानकारी नहीं है।

-डॉ। आरपी शर्मा, प्राचार्य