- वर्ष 2014 में हुई थी एडवोकेट राजेश सूरी की हत्या

- आरोपी डेढ़ दर्जन से ज्यादा मुकदमों में था वांछित

देहरादून:

दून के एडवोकेट राजेश सूरी हत्याकांड समेत लैंड फ्रॉड के कई चर्चित मामलों में वांटेड प्रॉपर्टी डीलर रविकांत किरयाना को पुलिस ने संडे को मेरठ से अरेस्ट कर लिया है. डालनवाला पुलिस ने किरयाना को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. किरयाना नाम और पहचान बदल कर लगातार पुलिस से बचता रहा.

दून के खुड़बुड़ा निवासी एडवोकेट राजेश सूरी की 29 सितंबर 2014 को नैनीताल हाई कोर्ट से लौटते समय संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उनकी बहन रीता सूरी ने जहर देकर हत्या की आशंका जताते हुए शहर कोतवाली में रविकांत किरयाना पुत्र श्याम लाल निवासी डालनवाला समेत 3 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था. इसके अलावा किरयाना पर अकेले डालनवाला थाने में लैंड फ्रॉड समेत 15 केस दर्ज हैं. पुलिस उसकी तलाश में मेरठ, नोएडा, रामपुर, दिल्ली, मुरादाबाद समेत कई शहरों में दबिश दे रही थी. इस बीच पुलिस को खबर मिली कि किरयाना इन दिनों मेरठ में कहीं छिपा है और कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में है. इस पर एक टीम मेरठ रवाना की गई. एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि रविवार को रविकांत किरयाना को मेरठ के तेजगढ़ी इलाके से दबोच लिया गया.

इन मामलों में पहले से केस दर्ज

एडवोकेट राजेश सूरी ने अंगेलिया हाउसिंग घोटाला, दौलतराम ट्रस्ट घोटाला, जज क्वार्टर घोटाला, दो करोड़ रुपए के राजस्व घोटाले और भ्रष्टाचार के कई मामलों में किरयाना पर केस दर्ज कराया था. अंगेलिया हाउसिंग घोटाले में उन्होंने सीबीआई जांच की पैरवी भी की थी.

ऐसे पकड़ा गया किरयाना

गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस से बचने के लिए किरयाना भूमिगत हो गया. वह नाम और पहचान बदल कर अलग-अलग शहरों में छिपने लगा. वह लोगों से संपर्क करने के लिए वाट्सएप से कॉल करता था, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न की जा सके. वहीं, यह भी पता चला कि किरयाना होटलों में ही रहता है और इंटरनेट के जरिए बुकिंग कराता है. पुलिस ने तमाम होटलों से संपर्क किया और किरयाना की पूरी डिटेल उन्हें भेज दी गई. इस पर मेरठ के एक होटल में ठहरने के दौरान उसकी पहचान हुई और वह पकड़ा गया.