- यूपी में ऑर्ट और स्पो‌र्ट्स टीचर का होने लगा है टोटा

- टीचर्स की योग्यता को लेकर है असमंजस की स्थिति

- पिछले साल भी नहीं हो पाई थी खाली पदों पर भर्ती

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Meerut : जहां एक ओर बच्चों का खिलाड़ी बनने का सपना टूटता नजर आ रहा है, वहीं यूपी लेवल पर कला के क्षेत्र में अब बच्चों का आगे बढ़ना मुश्किल हो जाएगा। हम बात कर रहे हैं यूपी के उन राजकीय विद्यालयों की जहां के बच्चों को अब अपने हुनर को चमकाने के लिए अच्छे गुरु मिलना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि यूपी में पिछले साल भी इन दोनों विषयों के खाली पड़े रहे और इस साल भी लगभग एक हजार से अधिक पद खाली रहने की उम्मीद जताई जा रही है।

टीचर्स का है टोटा

यूपी लेवल पर बने डेढ़ सौ से भी अधिक स्कूल्स में अब स्पो‌र्ट्स और आर्ट सब्जेक्ट के टीचर्स का टोटा होता जा रहा है। यूपी लेवल पर इन दोनों सब्जेक्ट के एक हजार से अधिक टीचर्स की कमी स्कूलों में खल रही है। अगर हम मेरठ मंडल की बात करें तो मेरठ मंडल में क्7 राजकीय स्कूलों के लिए टीचर्स का चयन किया जाना था, जिनकी संख्या भ्0 से अधिक है, लेकिन यह पद खाली ही रहेंगे। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है। इससे पिछले साल भी दस से अधिक पद खाली के खाली ही रह गए थे। अब आलाधिकारियों को भी यही चिंता सता रही है कि स्कूलों में जब आर्ट और स्पो‌र्ट्स के टीचर ही नहीं होंगे तो कैसे बच्चों की प्रतिभा में निखार आएगा और कैसे उनका शारीरिक विकास होगा।

योग्यता प्रमाण पत्र है कारण

टीचर्स का पद खाली होने का मेन रीजन है, उनकी योग्यता का प्रमाण पत्र। सूत्रों में मुताबिक टीचर्स की योग्यता का प्रमाण पत्र ही दोनों सब्जेक्ट के पद खाली होने का बड़ा कारण है। अगर हम स्पो‌र्ट्स टीचर के पद की बात करें तो उस संबंध में शासन स्तर पर यह विचार चल रहा है कि इन स्कूलों में कौन से डिग्री वाले टीचर्स के पद को योग्य माना जाए, क्योंकि खेल के लिए बीपीएड, सीपीडी और डीपीडी तीन तरह के सर्टिफिकेट वाले टीचर्स ने फॉर्म भरे हैं। अब यह तय कर पाना मुश्किल हो रहा है कि तीनों में से किसे इस पद के लिए किस सर्टिफिकेट को ज्यादा योग्य माना जाए। वहीं अगर हम ऑर्ट के टीचर्स की बात करें तो उनके सर्टिफिकेट पर प्रथम, द्वितीय या फिर तृतीय अलग-अलग श्रेणी तय नहीं की जाती। सर्टिफिकेट पर फिलहाल के केवल उर्तीण ही लिखा जाता है, जिसके कारण यह तय कर पाना मुश्किल हो रहा है कि आखिरकार किस टीचर को योग्य माना जाए। इस संबंध में शासन में जोरों पर चर्चा हैं। इन टीचर्स का चुनाव केवल वहीं के लिए किया जाना था, जिन स्कूलों में एक भी टीचर नहीं हैं, लेकिन पद खाली के खाली ही रह गए हैं और बच्चों का सपना भी टूटता नजर आ रहा है।

चार अप्रैल को होनी हैं काउंसिलिंग

राजकीय विद्यालयों में क्ख् सब्जेक्ट की चार अप्रैल को काउंसिलिंग होनी है, जिनमें स्पो‌र्ट्स के लिए ब्भ्0 एलटी ग्रेड टीचर्स की राजकीय स्कूल में और 98 मॉडल स्कूल के लिए व अन्य ब्00 ऑर्ट के टीचर की भर्ती होनी है। वहीं इस बार क्77 महिला और क्ब्7 पुरुष शिक्षकों को काउंसिलिंग दी जानी है। अगर हम मंडल की बात करें तो मंडल स्तर पर महिला पद के लिए एक लाख दस हजार और पुरुष पद में म्भ् हजार के आसपास शिक्षकों ने अप्लाई किया है। एक पद पर पांच शिक्षकों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया जाएगा। जिनमें से एक को ही चुना जाएगा। शासन ने तय कर दिया है कि हर हाल में इन टीचर्स को चार अपै्रल को काउंसिलिंग देनी है ताकि जल्द से जल्द ज्वाइनिंग करवाई जा सके।

पीटी के पद भी खाली

आर्ट और स्पो‌र्ट्स के अलावा पीटी पद के भी जीआईसी में रिक्त पड़े हुए हैं। हालांकि यह बताना मुश्किल है कि किस जगह कितने पद खाली हैं। लेकिन इतना साफ है कि पीटी के टीचर भी कम पड़ रहे हैं।

यह तो पूरे यूपी लेवल पर ही दिक्कत चल रही है। अभी इस पर शासन का कुछ फैसला नहीं आया है। दोनों सब्जेक्ट के टीचर को लेकर असमंजस है। शासन स्तर पर अभी इसकी बैठक भी हुई थी। जल्द ही सब कुछ निर्धारित हो जाएगा।

महेंद्र देव, जेडी