राजर्षि टंडन सेवा केन्द्र में दिव्यांगजन को मुख्यधारा में जोड़ने में समाज की भूमिका' विषय पर सेमिनार सम्पन्न

ALLAHABAD: दिव्यांगजन को मुख्यधारा में जोड़ने में समाज की भूमिका विषय पर सेमिनार रविवार को लोक सेवक मंडल व गांधी अकादमिक संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में राजर्षि टंडन सेवा केन्द्र में हुआ। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि तैयारी करने वाले दिव्यांग तीन-चार वर्ष एकाग्रचित और अनुशासन में रहकर तैयारी करें ताकि सफल हो सकें। यह भी एक प्रकार से देश की सेवा ही है। उन्होंने अपील किया कि अपने नाम से एक पौधा लगाएं और जीवन में पॉलिथीन के उपयोग को त्याग दें।

विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ जेल सुपरिटेंडेंट रायबरेली प्रमोद कुमार शुक्ला ने कहा कि बावन भगवान व सूरदासजी के समय से ही दिव्यांगजन का समाज में सम्मान होता आ रहा है। संस्थान के निदेशक ओम प्रकाश शुक्ला ने कहा कि दिव्यांगजन को दया व सहानुभूति की नहीं बल्कि सम्मान व सहयोग की आवश्यकता है। अध्यक्षता लोक सेवक मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार चोपड़ा ने की। संचालन श्रीनारायण यादव ने किया। सेमिनार में जिला पंचायत अधिकारी डीपी तिवारी, कविता विजय यादव, निवर्तमान पार्षद चंद्रभूषण, पूर्व पार्षद कमलेश दादा, चंद्रशेखर यादव, रवि शंकर मिश्रा, शालिनी विश्वकर्मा, प्रदीप पांडेय आदि मौजूद रहे। इसके पूर्व डीएम ने दिव्यांगजनों के लिए विशेष कार्य करने वाले पांच विशिष्ट जनों राजा हरिशचंद्र सेवा सम्मान-2017 से सम्मानित किया। श्री कुमार ने हसीब भाई, लवलेश सिंह, विमल किशोर, जुगेश यादव व आरपी मिश्रा को शॉल, बुके व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।