26 को मनाया जाएगा रक्षाबंधन, दिल्ली व चाइनीज राखी व्यापारियों ने नहीं मंगाई

ALLAHABAD: भाई-बहन के अटूट प्रेम का सबसे बड़ा त्योहार रक्षाबंधन रविवार को मनाया जाएगा। भाईयों के हाथों में रंगबिरंगी राखियां बांधने के लिए मार्केट भी पूरी तरह से शवाब पर पहुंच चुका है। लेकिन इस बार मार्केट में खास बात देखने को मिल रही है कि दिल्ली व चाइनीज राखियां गायब हैं। उनकी जगह पर व्यापारियों ने गुजरात और कोलकता से राखियां मंगवाई है। पत्थर गिरजाघर के सामने सजी मार्केट में थोक विक्रेता मोहम्मद याकूब की मानें तो इस बार मजबूत और किफायती कीमतों की वजह से गुजरात व कोलकता से राखियां मंगाई गई हैं।

मोटू-पतलू और छोटा भीम का क्रेज

सिविल लाइंस व कटरा सहित अन्य मार्केट में तीन से सात वर्ष तक के बच्चों के लिए खासतौर से राखियों का नया कलेक्शन कोलकता से मंगाया गया है। जलती हुई लाइट वाली एक राखी की कीमत साठ से अस्सी रुपए के बीच है। इसमें प्रमुख रुप से छोटा भीम, मोट-पतलू, गन टैंक व टेडी बीयर के आकार की राखियों की डिमांड बनी हुई है।

स्टोन व जड़ी राखियों की बयार

मार्केट में खासतौर से युवाओं के लिए गुजरात से स्टोन और जड़ी से निर्मित राखियां मंगवाई गई हैं। स्टोन राखी की कीमत 75 से सौ रुपए, जड़ी वाली राखियों की कीमत सौ से डेढ़ सौ व मेटल वाली राखियों की कीमत 120 रुपए से लेकर डेढ़ सौ रुपए है।

दिनभर सजेगी कलाई

इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं पड़ेगा। रविवार को दिनभर बहनें भाईयों की कलाई पर राखी बांध सकेंगी। भद्रा का असर 25 अगस्त की देर रात 3.21 बजे तक ही रहेगा। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली ने बताया कि रविवार को शाम 4.17 बजे से भाद्रपद प्रतिपदा तिथि लग जाएगी उसके पहले तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त माना जाएगा।