-बॉर्डर पर चाइना से तनातनी के बाद भी शहर में बिक रही है चाइनीज राखी, लोग भी खरीदने से नहीं कर रहे गुरेज

-सोशल मीडिया पर चाइनीज सामनों के बहिष्कार की अपील का भी नहीं है कोई असर

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भले चाइना बॉर्डर पर इंडिया को आंख दिखा रहा हो, हमारे जवान उसे रोकने के लिए बॉर्डर पर दिन रात अपनी जान की बाजी लगाकर बैठे हों। इसके बावजूद इस साल भी रक्षाबंधन पर भाईयों की कलाई पर चाइना का ही कब्जा रहेगा। ये हम नहीं बल्कि मार्केट में बिक रही चाइनीज राखियों को देखकर लग रहा है। हथुआ मार्केट, कैंट, सिगरा, साजन तिराहा व लंका में सजी दुकानों पर बिक रही राखियों में से अस्सी परसेंट चाइनीज हैं। ये हाल तब है जबकि सोशल मीडिया पर चाइनीज सामानों के बहिष्कार की लगातार अपील की जा रही है।

कार्टून कैरेक्टर में ज्यादा

चाइनीज राखियों का बाजार पर हमेशा से कब्जा रहा है लेकिन इस साल माना जा रहा था कि लोग चाइनीज राखियां नहीं लेंगे। दुकानदारों ने भी दुकान पर इंडियन राखियां सजाई थीं लेकिन फिनिशिंग और वरायटी के कारण लोगों को ये पसंद नहीं आई। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों को लेकर हुई क्योंकि कार्टून कैरेक्टर की राखियां अधिकतर चाइनीज ही हैं। यही वजह है कि दुकानदारों को चाइनीज राखी की ओर मूव करना पड़ा। हथुआ मार्केट के बाहर राखी की दुकान लगाने वाले सुरेश ने बताया कि चाइनीज राखियां बेचना मजबूरी है। क्योंकि छोटा भीम, डॉरीमॉन, बेनटेन और कई दूसरे कार्टून कैरेक्टर की राखियों की डिमांड है। इनके न होने से कस्टमर लौट जा रहे थे। जिसके कारण इन राखियों को मंगवाना पड़ा।

रेट भी है कम

इंडियन राखियां महंगी होने के कारण भी कम बिक रही हैं। सिगरा पर राखी की दुकान लगाए राजू ने बताया कि इंडियन राखी 15 से 20 रुपये से शुरू हैं। जबकि चाइनीज राखी दो से पांच रुपये में ही मिल जा रही हैं। इसलिए लोग चाइनीज राखियां ही ज्याद पसंद कर रहे हैं।

सिर्फ तीन घंटे बंधेगी राखी

इस बार रक्षाबंधन का पर्व सिर्फ तीन घंटे 22 मिनट तक ही होगा। सुबह 10.31 बजे से दोपहर 1. 52 बजे तक ही राखी बांधी जायेगी। इसके पीछे कारण यह है कि इस बार श्रावण पूर्णिमा पर रात 10 बजकर 53 बजे श्रवण नक्षत्र- मकर राशि पर खंड चंद्रग्रहण लग रहा है जो मध्यरात्रि 12.48 बजे तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं। ऋषि द्विवेदी के मुताबिक चंद्रग्रहण लगने से नौ घंटे पूर्व तक व सूर्यग्रहण में 12 घंटे पहले से ही सूतक होता है। ऐसे में सात अगस्त को दोपहर 1 बजकर 53 बजे से चंद्रग्रहण का सूतक काल आरंभ हो जाएगा। वहीं सुबह 10.30 बजे तक भद्रा है। ऐसे में सुबह 10.31 बजे से दोपहर 1.52 बजे तक का वक्त ही राखी बांधने के लिए उपयुक्त है।